Om Coin Price गिरने से क्रिप्टो ट्रेडर को हुआ $3.3M का नुकसान
क्रिप्टो वर्ल्ड में एक बड़ा झटका देखने को मिला जब OM Coin Price में लगभग 90% की बड़ी गिरावट हुई। इस गिरावट के चलते टोकन की मार्केट कैप भी तेजी से गिरी है। यह घटना न केवल इन्वेस्टर्स के लिए बल्कि पूरे Real World Asset (RWA) सेक्टर के लिए भी एक बड़ा झटका है।
इस क्रैश का सबसे बड़ा शिकार JB नाम का एक क्रिप्टो ट्रेडर बना हैं। जिसने दावा किया है कि उसने OM Coin में $3.5 मिलियन (लगभग ₹29 करोड़) का इन्वेस्टमेंट किया था, जो अब घटकर सिर्फ $200,000 (लगभग ₹1.6 करोड़) रह गया है। वहीं ट्रेडर ने इस मामले को Binance के फाउंडर CZ और वर्तमान CEO Richard Teng से जोड़ते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं।
JB का कहना है कि उन्होंने पूरी ड्यू डिलिजेंस करने के बाद इस प्रोजेक्ट में इन्वेस्ट किया था। साथ ही उन्होंने कहा कि, “मुझे यह यकीन दिलाया गया था कि एक प्रमुख UAE रियल एस्टेट कंपनी के MANTRA (OM) Token की पार्टनरशिप हुई है, जो इस प्रोजेक्ट को वैलिड और स्ट्रांग बनाती है।
OM Coin की टीम पर इनसाइडर ट्रेडिंग और लिक्विडिटी एग्जिट के आरोप
क्रिप्टो मार्केट एक्सपर्ट्स के अनुसार, इस गिरावट की मुख्य वजह MANTRA टीम द्वारा 3.9 मिलियन OM टोकन OKX Exchange पर ट्रांसफर करना माना जा रहा है। इस ट्रांसफर ने मार्केट में डर का माहौल बना दिया है, जिससे कई बड़े इन्वेस्टर्स और संभावित इनसाइडर्स ने एक साथ अपने टोकन बेचना शुरू कर दिया है। इस अचानक और तेजी से हुई सेलिंग ने पहले से ही कमजोर लिक्विडिटी वाले मार्केट में डोमिनोज़ इफ़ेक्ट की तरह असर डाला, जिससे प्राइस तेजी से गिरा है।
JB ने Binance के सीईओ और टीम पर “ऑर्केस्ट्रेटेड लिक्विडिटी एग्जिट” यानी जानबूझकर बनाए गई पैसे निकालने की प्लानिंग का आरोप लगाया है। उनका दावा है कि इस पूरी घटना में कुछ खास लोगों ने बड़ा प्रॉफिट अर्न किया है, जबकि आम इन्वेस्टर्स को बड़ा नुकसान हुआ है।
JB ने चेतावनी दी है कि यदि इस मुद्दे को जल्द सुलझाया नहीं गया, तो वह Burwick Law के माध्यम से कानूनी कार्रवाई करेगा। साथ ही उसने कहा कि, “मैं इस मुद्दे को फॉर्मल तरीके से लीगल चैनल्स के ज़रिए उठाने जा रहा हूं। मेरी लीगल टीम जल्द संपर्क करेगी”।
RWA सेक्टर की ट्रांसपेरेंसी पर भी उठे सवाल
Real World Assets को लेकर यह विश्वास किया जाता है कि ये ट्रेडिशनल एसेट्स को ब्लॉकचेन पर लाकर ट्रांसपेरेंसी और वैलिडिटी बढ़ाते हैं। लेकिन MANTRA जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स में इस तरह का विवाद सामने आना, इस पूरे सेक्टर की इमेज को नुकसान पहुंचा सकता है।
JB और अन्य इन्वेस्टर्स अब MANTRA की टीम से जवाब और ट्रांसपेरेंसी की डिमांड कर रहे हैं। आने वाले दिनों में यह देखना इंट्रेस्टिंग होगा कि यह केस किस दिशा में जाता है, क्या इन्वेस्टर्स को न्याय मिलेगा या यह भी एक और क्रिप्टो स्कैम की कहानी बनकर रह जाएगा?
कन्क्लूजन
Mantra (OM) Token क्रैश ने क्रिप्टो मार्केट में हलचल मचाई है और इस गिरावट ने यह साफ कर दिया है कि चाहे कोई क्रिप्टो प्रोजेक्ट कितना भी बड़ा या वैलिड क्यों न लगे, इन्वेस्टमेंट से पहले सावधानी, रिस्क मैनेजमेंट और ट्रांसपेरेंसी की जांच करना बहुत ज़रूरी है। JB की कहानी उन हजारों इन्वेस्टर्स के लिए चेतावनी है जो केवल बड़ी पार्टनरशिप और मार्केटिंग के आधार पर करोड़ों का इन्वेस्टमेंट कर देते हैं।
अब देखने वाली बात होगी कि क्या इस मामले में कोई लीगल एक्शन लिया जाता है और क्या क्रिप्टो स्पेस में ऐसे मामलों पर कोई कंट्रोल एस्टेब्लिश हो पाता है या नहीं।