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WazirX Latest News, INR Stablecoin से खुलेगा Crypto Payments का रास्ता

WazirX Latest News, भारत में INR Stablecoin की जरूरत और WazirX संदेश 

भारत में Digital Transaction लगातार बढ़ रहा है और इसी बीच INR Stablecoin को लेकर चर्चा तेज़ हो गई है। और इस बार WazirX और Shardeum के Co-founder Nischal Shetty ने इस विषय पर साफ और सीधी राय रखी है। शेट्टी का कहना है कि इंडिया एक बड़ा Digital देश है और यहाँ क्रिप्टो पेमेंट तभी आसानी से चल पाएंगे, जब सरकार इसके लिए स्पष्ट और नए नियम बनाएगी। उनका मानना है कि बिना सही नियमों के लोग और कंपनियाँ ऐसे पेमेंट अपनाने से हिचकिचाएँगी। 

हाल ही में भारत में Sovereign Backed ARC Stablecoin लॉन्च हो गया है। Polygon और बेंगलुरु की फिनटेक कंपनी Anq ने मिलकर देश का पहला ARC Stablecoin लॉन्च किया है। यह स्टेबलकॉइन पूरी तरह इंडिया की सरकारी सिक्योरिटीज और ट्रेज़री बिल्स पर आधारित है और इसे 1:1 अनुपात में बैक किया गया है।

WazirX Latest News, INR Stablecoin से खुलेगा Crypto Payments का रास्ता

Source: यह इमेज Nischal (Shardeum) की X पोस्ट से ली गई है। जिसकी लिंक यहां दी गई है।  

शेट्टी ने यह भी बताया कि इंडिया दुनिया के सबसे अच्छे फिएट पेमेंट सिस्टम्स में से एक चला रहा है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है UPI, जिसने देश में Digital पेमेंट को बेहद आसान और तेज़ बना दिया है। UPI की सफलता से यह साबित होता है कि अगर टेक्नोलॉजी को सही दिशा मिले, तो इंडिया दुनिया में किसी से पीछे नहीं रहता। 

इसी वजह से शेट्टी का मानना है कि अगर क्रिप्टो पेमेंट को भी उसी तरह सपोर्ट और स्पष्ट नियम मिल जाएँ, तो यह इंडिया के लिए नए अवसर खोल सकता है चाहे वह Digital बिज़नेस हो, ग्लोबल ट्रांजैक्शन हों या फिर तेज़ और कम कॉस्ट वाली सेवाएँ।

INR Stablecoin, इंडिया की डिजिटल अर्थव्यवस्था का अगला बड़ा कदम

शेट्टी के अनुसार, सरकार यदि Stablecoin गाइडलाइंस लाती है, तो इंडिया में INR Stablecoin का रास्ता खुल सकता है। यह टोकन रुपये को ऐसी ऑनचेन जगहों पर ले जा सकता है जहाँ फिएट सिस्टम अभी नहीं पहुँच पाता।

फिलहाल, RBI का e-rupee उसी दिशा में जा रहा है जहाँ रुपये का ट्रेडिशनल उपयोग होता है, लेकिन INR Stablecoin इंटरनेशनल ट्रेड, ग्लोबल फाइनेंस, रेमिटेंस और Web3 लेयर में उपयोग के नए दरवाजे खोल सकता है।

शेट्टी ने यह स्पष्ट किया कि INR Stablecoin इंडिया की डिजिटल स्ट्रेटेजी के साथ Private Stablecoins की तुलना में ज्यादा मिलता है।

UPI मॉडल, Crypto Payments के भविष्य की मजबूत नींव

UPI ने India में डिजिटल पेमेंट को बेहद आसान बना दिया और दुनिया को दिखाया कि भारत टेक्नोलॉजी में कितना आगे है। इसी वजह से निश्‍चल शेट्टी का मानना है कि अगर सही दिशा मिले, तो भारत Crypto Payments में भी बड़ा नेता बन सकता है। एक यूज़र के सवाल पर उन्होंने कहा कि India में INR Stablecoin शुरू करने के लिए सबसे जरूरी चीज़ है। स्पष्ट और मजबूत नियम, ताकि लोग इसे सुरक्षित तरीके से इस्तेमाल कर सकें।

RBI का e-rupee पायलट, एक महत्वपूर्ण संकेत

2025 के अंत तक e-rupee पायलट लगभग ₹10 बिलियन तक पहुँच चुका है, जो दिखाता है कि India डिजिटल करंसी को तेजी से अपना रहा है। इसका मतलब है कि लोग और आर्गेनाइजेशन डिजिटल रुपये का उपयोग पहले से ज्यादा कर रहे हैं। इसके साथ ही सरकार ऐसे INR Stablecoin मॉडल पर भी विचार कर रही है, जिसे वह खुद कंट्रोल कर सके। अगर यह शुरू होता है, तो India ग्लोबल डिजिटल अर्थव्यवस्था में और मजबूत भूमिका निभा सकता है।

India को संतुलित Crypto Payments स्ट्रेटेजी की जरूरत

एनालिस्ट का कहना है कि India को Crypto Payments और INR Stablecoin के बीच संतुलन बनाने की आवश्यकता है।

  • सरकार चाहती है कि देश की अर्थव्यवस्था सुरक्षित रहे, इसलिए हर नई टेक्नोलॉजी को सावधानी से देखती है।निजी स्टेबलकॉइन को लेकर खतरा है क्योंकि इन्हें कोई कंट्रोल नहीं करता और इनसे नुकसान हो सकता है।
  • लेकिन सरकारी Stablecoins और CBDC ज्यादा सुरक्षित हैं और देश के लिए नए डिजिटल अवसर ला सकते हैं।
  • इन्हीं दोनों के बीच सही संतुलन बनाना भारत की आर्थिक सुरक्षा और डिजिटल डेवलपमेंट के लिए जरूरी है।

भारत जब Crypto Payments को आगे बढ़ाने की बात करता है, तो उसे साथ-साथ सावधानी भी रखनी होती है। सरकार चाहती है कि देश की अर्थव्यवस्था सुरक्षित रहे, इसलिए बिना कंट्रोल वाले Private Stablecoins को लेकर सतर्क रहती है। इसके विपरीत, सरकार द्वारा बनाए गए Stablecoins और CBDC ज्यादा सुरक्षित माने जाते हैं और नए डिजिटल मौके भी देते हैं। दोनों के बीच सही बैलेंस बनाना भारत की सुरक्षा और डिजिटल डेवलपमेंट के लिए जरूरी है।

Crypto Payments से भारत को मिलने वाले बड़े अवसर

शेट्टी के अनुसार, यदि Crypto Payments शुरू होते हैं, तो इससे करोड़ों इन्डियन्स को कई फायदे मिलेंगे। जिनमें शमिल है।

  • तेज़ ट्रांजैक्शन
  • कम कॉस्ट 
  • आसान इंटरनेशनल पेमेंट्स 
  • ऑनचेन फाइनेंस सर्विस 
  • Web3 में ट्रैड करने और बिज़नेस अवसर

INR Stablecoin इस दिशा में सबसे प्रभावी सोर्स साबित हो सकता है।

स्पष्ट नियम क्यों बेहद महत्वपूर्ण हैं?

India एक तेज़ी से बढ़ता हुआ डिजिटल देश है और ऐसे में Crypto Payments को लेकर अनिश्चितता सबसे बड़ी रुकावट है। शेट्टी का मानना है कि सही नियम आने से:

  • Web3 सेक्टर में विश्वास बढ़ेगा
  • निवेश को सुरक्षित माहौल मिलेगा
  • इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा
  • भारत डिजिटल अर्थव्यवस्था के ग्लोबल लीडर के रूप में उभर सकता है

क्रिप्टो और डिजिटल फाइनेंस इंडस्ट्री में पिछले 7 वर्षों के अनुभव से मैं इतना कह सकती हूँ कि ARC Stablecoin का लॉन्च India के ऑनचेन भविष्य की दिशा तय करने वाला कदम है। सरकारी सिक्योरिटीज पर  बेस्ड मॉडल देश में सुरक्षित, भरोसेमंद और रेगुलेशन-फ्रेंडली स्टेबलकॉइन इकोसिस्टम की नींव मजबूत कर सकता है।

कन्क्लूजन 

Crypto Payments को लेकर भारत आज एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है। UPI जैसे मॉडल ने दुनिया को दिखाया कि India टेक्नोलॉजी को एक नए लेवल पर ले जा सकता है। अब सवाल यह है कि INR Stablecoin गाइडलाइंस और CBDC से जुड़े फैसले India को कितनी तेजी से डिजिटल भविष्य में आगे ले जाते हैं। आने वाले महीनों में लिए गए डिसीजन इस क्षेत्र का लंबे समय तक रास्ता तय करेंगे।

About the Author Akansha Vyas

Crypto Journalist Cryptohindinews.in

आकांक्षा व्यास एक स्किल्ड क्रिप्टो राइटर हैं, जिनके पास 7 वर्षों का अनुभव है और वे ब्लॉकचेन और Web3 के कॉम्पलेक्स टॉपिक्स को सरल और समझने योग्य बनाने में एक्सपर्ट हैं। वे डीप रिसर्च के साथ आर्टिकल्स, ब्लॉग और न्यूज़ लिखती हैं, जिनमें SEO पर विशेष ध्यान दिया जाता है ताकि रीडर्स का जुड़ाव बढ़ सके।

आकांक्षा की राइटिंग क्रिएटिव एक्सप्रेशन और एनालिटिकल अप्रोच का एक बेहतरीन मिश्रण है, जो रीडर्स को जटिल विषयों को स्पष्टता के साथ समझने में मदद करता है। क्रिप्टो स्पेस के प्रति उनकी गहरी रुचि उन्हें इस उद्योग में एक अच्छे राइटर के रूप में स्थापित कर रही है। अपने कंटेंट के माध्यम से, उनका उद्देश्य रीडर्स को क्रिप्टो की तेजी से बदलती दुनिया में गाइड करना है।

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Crypto Payments तेज़, कम-लागत और वैश्विक ट्रांजैक्शन के लिए उपयोगी हो सकते हैं और भारत को ऑनचेन इकोनॉमी में आगे बढ़ा सकते हैं।
वे कहते हैं कि Crypto Payments तभी शुरू हो पाएंगे जब स्पष्ट और आधुनिक नियम बनाए जाएंगे।
INR Stablecoin रुपये को ऑनचेन पेमेंट, रेमिटेंस और अंतरराष्ट्रीय लेनदेन में इस्तेमाल करने का मौका दे सकता है।
e-rupee वर्तमान फिएट उपयोग को डिजिटल रूप देता है, जबकि INR Stablecoin नए ऑनचेन उपयोग और वैश्विक पेमेंट खोलता है।
बिना नियम सुरक्षा जोखिम, बाज़ार अनिश्चितता और वित्तीय स्थिरता प्रभावित हो सकती है।
UPI एक सफल पेमेंट मॉडल है और इससे प्रेरणा लेकर क्रिप्टो पेमेंट को भी सुरक्षित और स्केलेबल बनाया जा सकता है।
e-rupee एक डिजिटल मुद्रा पायलट है जिसमें लगभग ₹10 बिलियन का डिजिटल परिसंचरण शामिल है।
निजी अनियंत्रित Stablecoins पर सरकार का रुख सख्त है क्योंकि वे वित्तीय जोखिम बढ़ा सकते हैं।
व्यापार, रेमिटेंस, ऑनचेन फाइनेंस और आम यूज़र—सभी को तेज़ और सस्ते ट्रांजैक्शन का लाभ मिलेगा।
हाँ, उचित Stablecoin नियम और डिजिटल नवाचार भारत को वैश्विक Web3 और पेमेंट इकोसिस्टम में अग्रणी बना सकते हैं।