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Microsoft के इस फैसले से AI Token हुए क्रैश, जानिए

Microsoft के द्वारा ग्लोबल लेवल पर डाटा सेंटर कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट को रद्द करने के फैसले ने AI Token Market में भारी गिरावट ला दी है। यह डिसीज़न न केवल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट को अफ़ेक्ट कर रहा है बल्कि AI Hardware के मैन्युफैक्चरर्स के स्टॉक्स पर भी बुरा असर डाल रहा है। इस आर्टिकल में हम इस घटना के पीछे के कारणों और क्रिप्टोकरेंसी मार्केट पर होने वाले इम्पैक्ट को एनालाइज करेंगे। अगर आप जानना चाहते हैं क्रिप्टोकरेंसी क्या है तो दी गई लिंक पर क्लिक करें।

Microsoft के डाटा सेंटर प्रोजेक्ट्स का रद्द होना

Microsoft ने पहले UK, Australia, Indonesia और US जैसे देशों में नए डाटा सेंटर को स्थापित करने का प्लान बनाया था। लेकिन अब इन प्रोजेक्ट्स को पोस्टपोन या कैंसल कर दिया गया है। यह डिसीज़न Microsoft के AI और Cloud Technology में इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी के रिवैल्यूएशन के चलते लिया गया है, जो कि करंट डिमांड और इकॉनोमिक कंडीशन्स को ध्यान में रखते हुए किया गया है।

AI Token Market में भारी गिरावट

Microsoft के इस फैसले के चलते कई AI Tokens जैसे Bittensor, Render, Grass, The Graph, Injective, Fetch AI, Cortex और SingularityNET में गिरावट देखी गई है। उदाहरण के लिए, Render Token 2% गिरकर $3.27 पर पहुंच गया, The Graph 0.9% गिरकर $0.08353 पर है और SingularityNET 2.7% गिरकर $0.188 पर ट्रेड कर रहा है। यह गिरावट इन्वेस्टर्स के घटते हुए विश्वास को दर्शाती है।
AI Hardware Companies पर प्रभाव
AI Token के अलावा, AI Hardware मैन्युफैक्चरिंग कम्पनीज़ के स्टॉक्स पर भी इसका असर पड़ा है। AI Chips के लिए प्रसिद्ध NVIDIA के स्टॉक में 2024 के हाईएस्ट लेवल से 30% की गिरावट आई है। इसके अलावा, AI Chips में दूसरा सबसे बड़ा प्लेयर AMD के स्टॉक में 47% की गिरावट देखी गई है, जिससे यह अब $98 पर ट्रेड कर रहा है।
Microsoft के डिसीज़न के पीछे के पॉसिबल रीज़न
Microsoft के डाटा सेंटर प्रोजेक्ट्स को रद्द करने के पीछे के कारण पूरी तरह से क्लियर नहीं हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसके पीछे कंस्ट्रक्शन रिलेटेड प्रॉब्लम्स, जैसे पॉवर सप्लाई में डिफिकल्टीज़ और इन्फ्रास्ट्रक्चर से रिलेटेड इश्यूज हो सकते हैं। इसके अलावा, Microsoft अपने फ्यूचर के AI Workloads के लिए इन सेंटरों की रिक्वायरमेंट्स को रिकंसीडर कर सकता है। हाल ही में Microsoft ने भारत में AI स्किल्स को बढ़ाने के लिए $3 बिलियन के निवेश की घोषणा की है। इस पहल के तहत आने वाले 5 साल में 10 मिलियन भारतीयों को AI ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे वे AI Tools का इम्पेक्टफुल उपयोग कर सकेंगे और अपने काम व डेली लाइफ में बदलाव ला सकेंगे।
क्रिप्टो और AI Market पर लॉन्ग टर्म इम्पेक्ट
इस घटना ने क्रिप्टोकरेंसी और AI Market में अनसर्टैनिटी सेंटीमेंट्स को जगा दिया है। निवेशकों के बीच AI Projects के प्रति उत्साह में कमी आई है, जिससे नए प्रोजेक्ट्स के डेवलपमेंट पर भी असर पड़ा है। हालांकि, यह सिचुएशन मार्केट को अधिक सस्टेनेबल और इम्पेक्टफुल AI Solutions के डेवलपमेंट की ओर इंस्पायर कर सकती है।
कन्क्लूजन
Microsoft के डाटा सेंटर प्रोजेक्ट्स को रद्द करने के फैसले ने AI Token और हार्डवेयर कंपनियों के स्टॉक्स पर नेगेटिव इम्पैक्ट डाला है। यह घटना दर्शाती है कि टेक्नोलॉजी मार्केट्स कितने सेंसिटिव होते हैं और बदलती स्ट्रेटेजीस के प्रति कितनी तेजी से रिएक्ट कर सकते हैं। भविष्य में, इन मार्केट्स की स्टेबिलिटी इस बात पर डिपेंड करेगी कि कंपनियां कैसे अपने प्रोजेक्ट्स को नई रियलिटी के अनुसार एडाप्ट करती हैं।
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Srishty Malviya
Hindi Content Writer
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