भारत के प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX के लाखों यूजर्स के लिए एक बार फिर निराशा भरी की खबर सामने आई है। पिछले साल जुलाई 2024 में हुए ₹2,000 करोड़ के बड़े WazirX Hack में यूजर्स को बड़ा नुकसान हुआ था। उस हैक के बाद से ही कंपनी अपने यूजर्स के फंसे हुए फंड लौटाने के लिए सिंगापुर कोर्ट के अप्रूवल का इंतजार कर रही है, लेकिन अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं आया है। हाल ही में सिंगापुर कोर्ट ने रिपेमेंट प्रोसेस को लेकर कोई हरी झंडी नहीं दिखाई है और मोराटोरियम यानी फंड फ्रीज पीरियड को 6 जून तक बढ़ा दिया गया है। इससे WazirX के यूजर्स के लिए फिर से इंतजार की घड़ियां बढ़ गई हैं।
13 मई को हुई सुनवाई में सिंगापुर कोर्ट ने WazirX की रिपेमेंट एप्लीकेशन पर कोई अंतिम फैसला नहीं दिया है और WazirX को सिंगापुर कोर्ट का नोटिस मिला है, जिसमें कोर्ट ने कंपनी से कहा है कि वह 23 मई तक एडिशनल एफिडेविट जमा करे ताकि रिपेमेंट प्लान को रिव्यू किया जा सके। फिलहाल, करंट मोराटोरियम को 6 जून तक बढ़ा दिया गया है, जिसका मतलब है कि फंसे हुए फंड वापस करने की प्रोसेस पर फिलहाल रोक बनी रहेगी।
यह फैसला WazirX यूजर्स के लिए बड़ी निराशा लेकर आया है, क्योंकि वे पिछले लगभग एक साल से अपने पैसे वापस पाने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। वहीं WazirX Exchange ने कई बार भरोसा दिलाया है कि वह जल्द से जल्द यूजर्स के पैसे वापस कर देगा, लेकिन कोर्ट की मांगों के कारण अभी तक पूरे प्लान पर अंतिम मुहर नहीं लग पाई है।
WazirX की यह मुश्किलें सिर्फ कंपनी के लिए नहीं बल्कि भारत के क्रिप्टो इन्वेस्टर्स के लिए भी चिंताजनक संकेत हैं। क्योंकि यूजर्स को न केवल फंड की वापसी का इंतजार करना पड़ रहा है, बल्कि इस दौरान ट्रेडिंग और अन्य सुविधाएं भी सीमित हो गई हैं।
WazirX ने इस मामले में सिंगापुर कोर्ट के सामने एक रिपेमेंट प्लान प्रेजेंट किया था, जिसमें 93.4% यूजर्स ने सहमति जताई थी। इस प्लान के तहत हैक के समय के बैलेंस का 85% यूजर्स को वापस दिया जाना था। एक्सचेंज ने कहा था कि कोर्ट से अप्रूवल मिलने के बाद 10 दिनों के अंदर पेमेंट की प्रोसेस शुरू कर दी जाएगी।
लेकिन अब कोर्ट के द्वारा एडिशनल एफिडेविट मांगने और मोराटोरियम बढ़ाने के कारण यूजर्स को अपना फण्ड मिलने की कोई फिक्स डेट नहीं मिल पाई है। हालाँकि एक्सचेंज यह जरूर कह रहा है कि वह कोर्ट की सभी शर्तों को पूरा करने की पूरी कोशिश कर रहा है, लेकिन यूजर्स अब भी परेशान हो रहे है।
लगभग एक साल से ज्यादा समय हो चुका है जब से यूजर्स के पैसे फंसे हुए हैं। इस लंबे इंतजार ने कई यूजर्स की आर्थिक स्थिति और क्रिप्टो मार्केट में इन्वेस्मेंट के प्रति उनकी सोच को भी प्रभावित किया है।
WazirX के यूजर्स के लिए यह खबर निराशाजनक है क्योंकि सिंगापुर कोर्ट ने रिपेमेंट प्लान पर कोई अंतिम फैसला नहीं दिया है और मोराटोरियम को बढ़ा दिया गया है। इससे फंसे हुए फंड वापसी की उम्मीदें फिलहाल और दूर हो गई हैं। अब यूजर्स को 23 मई तक कंपनी द्वारा जमा किए जाने वाले एफिडेविट का इंतजार करना होगा, जिसके बाद ही आगे की स्थिति का पता चलेगा। हालाँकि यह सिर्फ WazirX ही नहीं, बल्कि पूरे क्रिप्टो मार्केट के लिए एक चेतावनी की तरह है कि इन्वेस्टर्स को अपने फंड की सेफ्टी को लेकर सतर्क रहना चाहिए।
यह भी पढ़िए: जानें क्या है Ethereum का Trillion Dollar Security प्लानसाक्षी मोदी एक स्किल्ड क्रिप्टो कंटेंट राइटर हैं, जिनका बैकग्राउंड जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में है। वह ब्लॉकचेन, Web3 और डिजिटल एसेट्स जैसे कॉम्प्लेक्स टॉपिक्स को आसान और क्लियर भाषा में एक्सप्लेन करने में माहिर हैं। साक्षी करीब एक साल से क्रिप्टो इंडस्ट्री में SEO-ऑप्टिमाइज्ड आर्टिकल्स, ब्लॉग्स और न्यूज स्टोरीज़ लिख रही हैं, जिनमें टेक्निकल इनसाइट और क्रिएटिविटी का बैलेंस होता है।
उनका फोकस हमेशा ऑथेंटिक सोर्सेस और डेटा-बेस्ड रिसर्च पर रहता है, जिससे उनका कंटेंट भरोसेमंद और इनफॉर्मेटिव बनता है। साक्षी की राइटिंग स्टाइल आसान शब्दों में डीप नॉलेज देने पर टिकी है, जिससे नए और प्रोफेशनल दोनों तरह के रीडर्स को फायदा होता है।
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