Pi Network OpenMind AI Project शुरू, अब Pi Nodes बनेंगे AI का नया इंजन
Pi Network OpenMind AI Project से अब हर Node बनेगा एक स्मार्ट मशीन
दुनिया की तेजी से बढ़ती AI टेक्नोलॉजी में अब Blockchain की भूमिका भी और मज़बूत होती जा रही है। हाल ही में Pi Network OpenMind AI Project इसी दिशा में बड़ा कदम साबित हो सकता है। पाई नेटवर्क ने अपने ग्लोबल नोड नेटवर्क को इस्तेमाल करते हुए नया Proof-Of-Concept प्रोजेक्ट शुरू किया है, जिसमें ओपनमाइंड के Artificial intelligence मॉडल्स को पाई नोड्स इन्फ्रास्ट्रक्चर पर रन कराया गया। इसका उद्देश्य यह देखना है कि पाई नेटवर्क का नोड नेटवर्क डिसेंट्रलाइज़्ड Artificial intelligence ट्रेनिंग और कंप्यूटिंग टास्क को कितनी सरलता से संभाल सकता है।

Source: यह इमेज Pi Network की X पोस्ट से ली गई है। जिसकी लिंक यहां दी गई है।
अब पाई Nodes पर चलेंगे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल्स
इस Pi Network OpenMind AI Project में यह देखा गया कि कैसे इसके नोड्स को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोसेसिंग के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यानी, जो डिवाइस पहले सिर्फ नोड माइनिंग करते थे, वे अब अपने Unused Computing Power को प्रोडक्टिव वर्क में बदल सकते हैं। इस सिस्टम में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस प्रोडक्ट्स अपनी कंप्यूटिंग जरूरतों को पाई नोड्स के माध्यम से पूरा करेंगे और इसके बदले में नोड रनर्स को पाई Cryptocurrency में भुगतान मिलेगा। यह नोड माइनिंग रिवॉर्ड्स से अलग नया अर्निंग सोर्स होगा।
दुनिया भर के 3.5 लाख Nodes बनेंगे कंप्यूटिंग की पावर
टीम ने बताया कि इसके 3,50,000 से ज्यादा नोड्स दुनिया भर में एक्टिव हैं। इस प्रोजेक्ट के दौरान कुछ वॉलंटियर नोड्स ने Artificial intelligence मॉडल्स जैसे कि Image Recognition को प्रोसेस किया। ये टास्क पाई के Low-Energy Stellar-Based Consensus पर चलते हैं, जिससे यह एनर्जी एफिशिएंट और एनवायरमेंट फ्रेंडली भी साबित होता है।
यह प्रयोग सफल रहा और साबित किया कि नॉड्स में Artificial intelligence वर्कलोड को प्रोसेस करने की क्षमता मौजूद है। इसका मतलब है कि भविष्य में इस नेटवर्क के माध्यम से एक विशाल Decentralized AI Infrastructure तैयार किया जा सकता है।
ओपनमाइंड में पहला निवेश
हाल ही में Pi Network Ventures ने OpenMind AGI में पहला बड़ा निवेश किया है। OpenMind एक Artificial intelligence Robotics कंपनी है जो Open-Source Operating System बना रही है ताकि भविष्य में Collaborative Robots (यानी ऐसे रोबोट जो इंसानों के साथ काम करें) डेवलप किए जा सकें।
यह निवेश न पूरे Web3 और Artificial intelligence Community के लिए एक अहम कदम है, क्योंकि ये दिखाता है कि यह अब केवल माइनिंग या ट्रांजैक्शन तक सीमित नहीं है, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कंप्यूटेशनल टेक्नोलॉजी में भी विस्तार कर रहा है।
अब मिलेगी सस्ती और सुरक्षित कंप्यूटिंग
इस Pi Network OpenMind AI Project से ये Network अब Artificial intelligence Marketplace भी बना सकता है, जहां डेवलपर्स और कंपनियां सस्ती डिसेंट्रलाइज़्ड कंप्यूटिंग पा सकेंगी। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह सिस्टम क्लाउड सर्विसेज की तुलना में लगभग 50% तक सस्ता साबित हो सकता है। नोड रनर्स के लिए भी यह नया मौका है। वे न केवल माइनिंग से बल्कि टास्क प्रोसेसिंग से भी पाई कमा सकेंगे।
चुनौतियाँ अब भी बरकरार
हालांकि Pi Network OpenMind AI Project को लेकर उत्साह बढ़ा है, लेकिन कुछ संदेह भी बने हुए हैं। कम्युनिटी के कुछ मेंबर्स ने मैननेट रोलऑउट में हो रही देरी पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि इस नेटवर्क को पहले अपने बेसिक ऑपरेशंस को पूरी तरह पब्लिक करना चाहिए, उसके बाद ही बड़े आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोजेक्ट्स की दिशा में कदम उठाना चाहिए।
फिर भी, यह इनिशिएटिव इसके विज़न को दर्शाता है। एक ऐसी दुनिया बनाने का सपना, जहां हर व्यक्ति का डिवाइस डिसेंट्रलाइज़्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस नेटवर्क का हिस्सा बन सके।
मेरे 7 साल के ब्लॉकचेन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसरिसर्च अनुभव से साफ दिखता है कि Pi Network OpenMind AI Project Web3 की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। यह मॉडल न केवल डिसेंट्रलाइज्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की कॉस्ट कम करेगा बल्कि Web3 डेवलपमेंट में एक नए इकोसिस्टम का रास्ता खोलेगा, जिसमें कम्युनिटी का पार्टिसिपेशन ख़ास होगा।
कन्क्लूजन
Pi Network OpenMind AI Project सिर्फ एक टेक्निकल टेस्ट नहीं, बल्कि Web3 और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ आने की शुरुआत है। इस प्रोजेक्ट ने दिखाया है कि ब्लॉकचेन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिलकर डिजिटल दुनिया को कितना बदल सकते हैं। अगर यह मॉडल सफल रहा, तो यह नेटवर्क सिर्फ माइनिंग तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि आने वाले समय में यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और Web3 दोनों को जोड़ने वाला एक बड़ा और उपयोगी प्लेटफ़ॉर्म बन सकता है।
                        