Date:

10 मिलियन KYC यूजर्स तक हुई Pi Network की पहुँच

Pi Network, जो वर्तमान में सुर्ख़ियों में बना हुआ है उसने एक नया माइल स्टोन हांसिल कर लिया है। नेटवर्क के द्वारा हाल ही में की गई घोषणा के अनुसार Pi Network ऐप में अब 10 मिलियन से अधिक यूजर्स है, जिन्होंने अपनी KYC प्रोसेस को पूरा करके अपनी आइडेंटिटी को वेरीफाई कर लिया है। हालाँकि अभी Pi Network मेननेट लाइव नहीं हुआ है, ऐसे में आलोचको का तर्क है कि KYC प्रोसेस को पूरा करने वाले यूजर्स को कोई भी बेनिफिट नहीं होगा। इन सबके परे Pi Network की टीम ने यह प्रोमिस किया है कि वह जल्द ही नेटवर्क मेननेट लॉन्च करेगी, जिसके लिए 28 जून को निर्धारित किया गया है। 

Pi की टीम ने कहा है कि यदि नेटवर्क पर 15 मिलियन से अधिक यूजर्स KYC का माइलस्टोन पूरा हो जाता है, तो इसके टोकन ट्रेडेबल हो जाएंगे। वर्तमान में नेटवर्क 10 मिलियन KYC के लक्ष्य को हांसिल कर चुका है और अब यह अपने लक्ष्य से केवल 5 लाख KYC दूर है। गौरतलब है कि Pi Network “स्टेलर कांसेंसस प्रोटोकॉल” मैकेनिज्म पर वर्क करता है, जो यूजर्स को नेटवर्क में उनके कॉन्ट्रिब्यूशन पर एडवांटेज प्रदान करता है। फिलहाल नेटवर्क लाइव नहीं है, ऐसे में कुछ क्रिटिक्स इस प्रोजेक्ट के विरुद्ध भी नजर आ रहे हैं। 

लाइव न होने के चलते क्रिटिक्स के निशाने पर Pi 

जहाँ कुछ लोग Pi Network के पक्ष में नजर आ रहे हैं और कह रहे हैं कि नेटवर्क मेननेट लॉन्च हो जाने के बाद इसके टोकन Pi Coin की कीमत $0.4 (भारतीय रुपयों में 33 रुपए) के आसपास हो सकती है, जो निवेशकों को प्रॉफिट करा सकता है। जबकि Pi Network के लाइव न होने के कारण कुछ क्रिटिक्स Pi पर निशाना साध रहे हैं। जहाँ बिजनेस एनालिटिक्स प्लेटफॉर्म AIMultiple ने अपनी पोस्ट में Pi को निशाना बनाते हुए कहा कि Pi यूजर्स के लिए कोई वैल्यू नहीं ला सकता है, क्योंकि अभी तक यह लाइव नहीं है और न ही एक्सचेंजों पर फिएट करेंसी के साथ Pi Coin का आदान-प्रदान किया जा सकता है। 

गौरतलब है कि Pi Network को 2019 में एक सेंट्रलाइज्ड ऐप के रूप में लॉन्च किया गया था। इस ऐप में यूजर्स हर दिन एक बटन दबाकर Pi Coin को प्रोड्यूस करते हैं। हालाँकि Pi को वर्तमान में वॉलेट के माध्यम से अन्य यूजर्स को ट्रांसफर नहीं किया जा सकता है। Pi Network पर 10 मिलियन से अधिक यूजर्स के अपनी KYC प्रोसेस को पूरा करने पर Pi के को-फाउंडर और हेड ऑफ़ टेक्नोलॉजी Dr. Nicolas Kokkalis ने कहा कि नेटवर्क द्वारा यह माइलस्टोन हांसिल करना इस बात को बताता है कि इंडस्ट्री को सफलता हांसिल करने के लिए फिएट सर्विसेज पर निर्भर रहने की आवशयकता नहीं हैं।

यह भी पढ़िए : क्या आप जानते हैं, Pi Coin माइनिंग कर रही है आपकी जेब ढीली

Rohit TripathiRohit Tripathi
Rohit Tripathi
रोहित त्रिपाठी एक सीनियर क्रिप्टो कंटेंट राइटर और ब्लॉकचेन रिसर्चर हैं, जिनके पास 13+ वर्षों का अनुभव है। जिसमें बीते कुछ वर्षों से उनका फोकस विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर रहा है। वे ऑन-चेन मेट्रिक्स, डेफी ट्रेंड्स, प्राइस मूवमेंट्स और टोकनॉमिक्स का व्यावहारिक ज्ञान रखते हैं। उनकी विशेषज्ञता डेटा-ड्रिवन आर्टिकल्स, डीप मार्केट रिसर्च, SEO-ऑप्टिमाइज्ड कंटेंट और इंडस्ट्री-फोकस्ड एनालिसिस तैयार करने में है। रोहित वर्तमान में Crypto Hindi News में टीम लीड और हेड ऑफ कंटेंट के रूप में कार्यरत हैं। जहाँ लगातार कंटेंट डिलीवर करके, रोहित ने खुद को हिंदी क्रिप्टो मीडिया स्पेस में एक भरोसेमंद और प्रभावशाली आवाज़ के रूप में स्थापित किया है। उनका कंटेंट रिलायबल डेटा सोर्स, ऑन-चेन टूल्स और मार्केट रिसर्च से प्राप्त फैक्ट्स पर आधारित होता है। वे हर आर्टिकल में एक्यूरेसी, ट्रांसपेरेंसी और रीडर्स को वैल्यू देने को प्राथमिकता देते हैं। रोहित का मिशन है, हिंदी भाषा में हाई क्वालिटी वाला, फैक्चुअल और अप-टू-डेट क्रिप्टो कंटेंट प्रदान करना, जिससे रीडर्स डिजिटल फाइनेंस की दुनिया में स्मार्ट निर्णय ले सकें।
LEAVE A REPLY
Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Popular

More like this
Blockchain में Fork क्या हैं, Hard Fork और Soft Fork जानिए
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी ने हमारे डिजिटल ट्रस्ट की डेफिनेशन को...
BONE Delisting on OKX Exchange, जानें डेट और टाइम 
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज OKX ने Shiba Inu इकोसिस्टम में शामिल...
Bitcoin Ordinals क्या हैं और ये कैसे काम करते हैं?
जैसे-जैसे ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी डेवेलप हो रही है, इसकी यूटिलिटी...
Traidex