Ripple ने US में 75% बढ़ाई Workforce, बड़े प्लान की है तैयारी
प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी कंपनी Ripple Labs ने हाल ही में एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने अपनी वर्कफोर्स का 75% हिस्सा फिर से संयुक्त राज्य अमेरिका में लाने का फैसला किया है। यह एक बड़ा बदलाव है, क्योंकि पहले क्रिप्टो कंपनियों को रेगुलेटरी अनसर्टेनिटी के कारण इंटरनेशनल लेवल पर अपने ऑपरेशंस का विस्तार करना पड़ा था। इस कदम से यह स्पष्ट होता है कि Ripple U.S. में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने और अपने ऑपरेशंस को विस्तार देने के लिए तैयार है।
Ripple का अमेरिकी मार्केट पर फोकस
Ripple के Chief Legal Officer (CLO), Stuart Alderoty, ने इस बदलाव को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उनके अनुसार, Ripple ने इस फैसले को रेगुलेटरी एनवायरमेंट के सुधार और अमेरिकी क्रिप्टो इंडस्ट्री में संभावनाओं को देखते हुए लिया है। पिछले कुछ सालों में, क्रिप्टो कंपनियों को अमेरिकी सरकार की सख्त नीतियों और नियामक अनिश्चितताओं का सामना करना पड़ा, जिसके कारण कई कंपनियां अपने कार्यों को विदेशों में शिफ्ट करने को मजबूर हो गई थीं। लेकिन अब ऐसा प्रतीत होता है कि Ripple ने अमेरिका में एक स्थिर और रेगुलेटेड एनवायरमेंट देखना शुरू किया है और यह अमेरिकी मार्केट में वापस आ रहा है।
New York और Texas में Money Transmitter Licenses (MTLs)
Ripple ने हाल ही में New York और Texas में Money Transmitter Licenses (MTLs) प्राप्त किए हैं, जिससे कंपनी को रियल-टाइम क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट सॉल्यूशंस देने की अनुमति मिलती है। ये लाइसेंस Ripple की ग्लोबल प्रजेंस को और मजबूत बनाते हैं। अब तक, Ripple के पास 55 से ज्यादा ग्लोबल लाइसेंस और अमेरिका में 33 ऑपरेशनल MTLs हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि Ripple के पास रेगुलेटरी स्टैंडर्ड्स के तहत काम करने के लिए पूरी तरह से अधिकार हैं और कंपनी अपने ग्राहकों के लिए बेहतर और सुरक्षित सेवाएं प्रदान करने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। कंपनी के इस कदम का असर XRP Price के बढ़ने की उम्मीद है।
SEC Lawsuit और Ripple का भविष्य
Ripple और U.S. Securities and Exchange Commission (SEC) के बीच चल रहे कानूनी विवाद का असर न केवल Ripple के ऑपरेशंस पर पड़ा है, बल्कि पूरे क्रिप्टो इंडस्ट्री पर भी पड़ा है। Alderoty ने इस मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि Ripple पर धोखाधड़ी या मार्केट में हेरफेर का आरोप नहीं लगाया गया है। SEC के इस मामले में आरोप यह है कि Ripple ने XRP को सिक्योरिटी के रूप में रजिस्टर नहीं कराया। हालांकि, तब कोई स्पष्ट गाइडलाइंस नहीं थीं और यह मामला तब से चल रहा है।
Alderoty ने इस बात का भी जिक्र किया कि SEC द्वारा उठाए गए कदमों और गहरे नियंत्रण के कारण कई क्रिप्टो कंपनियां बाहर जा रही हैं। लेकिन अब, राष्ट्रपति Donald Trump के आने से और उनके क्रिप्टो-फ्रेंडली प्रशासन की पहल से Ripple को उम्मीद है कि अमेरिका में क्रिप्टो इंडस्ट्री को सकारात्मक दिशा मिलेगी। हाल ही में SEC की तरफ से कुछ पॉजिटिवसे संकेत मिले हैं, जिसके बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि XRP की कीमत $4 हो जाएगी। इस खबर ने क्रिप्टो निवेशकों को एक बार फिर XRP के प्रति उत्साह को बढ़ा दिया है।
कन्क्लूजन
Ripple का अपने वर्कफोर्स का 75% हिस्सा अमेरिका में शिफ्ट करने का निर्णय यह दर्शाता है कि कंपनी अपनी स्थिति को मजबूत करने और अमेरिकी मार्केट में अपनी पकड़ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही, Ripple ने New York और Texas में MTLs प्राप्त कर अपने ऑपरेशंस को और विस्तार दिया है। SEC Lawsuit के मामले में भी उम्मीद जताई जा रही है कि यह कानूनी विवाद जल्द ही हल हो सकता है, जिससे Ripple का भविष्य और भी उज्जवल हो सकता है। क्रिप्टो इंडस्ट्री में नियामक स्पष्टता के साथ, Ripple एक मजबूत खिलाड़ी बनकर उभरने के लिए तैयार है।