Pudgy Penguins ने हाल ही में 150 मिलियन डॉलर के अनक्लेम Solana Token को बर्न करके एक बड़ा कदम उठाया। यह फैसला 5 फरवरी को लिया गया है, जब उन्होंने अपने PENGU Token क्लेमिंग पीरियड को उम्मीद से पहले ख़त्म कर दिया। शुरुआत में यह क्लेमिंग पीरियड 9 मार्च तक चलने वाला था, लेकिन अंत में यह जल्दी ही खत्म कर दिया गया। इस फैसले का मुख्य कारण यह था कि अधिकतर टोकन पहले ही क्लेम किए जा चुके थे और केवल बॉट्स द्वारा अनक्लेम टोकन की प्रोसेस ही जारी थी। हालांकि Pudgy Penguins Price में गिरावट जारी है और इसके प्राइस अचानक नए बदलाव होते रहते है। आइये विस्तार से जानते है इस टोकन बर्निंग का क्या प्रभाव हुआ है।
Pudgy Penguin Token क्लेमिंग पीरियड ख़त्म होने के समय, टोटल PENGU Token का लगभग 13.69% हिस्सा बचा हुआ था, जो कि 12 बिलियन से अधिक टोकन थे। इन टोकनों को एक "1nc1nerator" बर्न एड्रेस में भेज दिया गया, जिससे वे पूरी तरह से सर्कुलेशन से बाहर हो गए। आमतौर पर, जब टोकन बर्न किये जाते हैं, तो इसका उद्देश्य सप्लाई को कम करना होता है, जिससे टोकन प्राइस बढ़ सकता है। हालांकि, इस टोकन बर्न के बावजूद PENGU Token Price में लगभग 8% की गिरावट आई और यह $0.0117 तक गिर गया था और खबर लिखे जाने तक इसका करंट प्राइस $0.01014 है, जो 5.20% की गिरावट दर्शा रहा है। हालाँकि इसी तरह के तेजी से उतार-चढ़ाव इसमें इसके लांच के समय भी देखे गए थे, जिसमें यह अपने लांच के समय $3B की मार्केट कैप तक पहुँचा था और वहीं Pudgy Penguins लांच के कुछ समय बाद 50% तक गिरा भी था। लांच के समय हुई ये घटनाएँ दर्शाती है, कि इसके प्राइस में तेजी से बदलाव देखे जा सकते है।
Pudgy Penguins की टीम का कहना है कि वे अपने टोकन को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए काम कर रहे हैं, ताकि यह पर्सनल और इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के बीच अधिक लोकप्रिय हो सके। इस बीच, Pudgy Penguins NFTs Price में भी गिरावट आई है और पिछले हफ्ते इसके फ्लोर प्राइस में 11% की कमी आई, जो अब $29,860 पर पहुंच गया है।
यह देखा जाना बाकी है कि क्या Pudgy Penguins अपने लंबे समय के लक्ष्यों को हासिल कर पाएगा और PENGU Token न्वेस्टर्स को आकर्षित करने में सफल होगा। फिलहाल, PENGU Token अब टॉप 100 क्रिप्टोकरेंसी में नहीं है, लेकिन यह पहले हुआ करता था। इस समय, Pudgy Penguins का सबसे बड़ा चैलेंज नए यूज़र्स और इन्वेस्टर्स को आकर्षित करने का है, ताकि वे अपने इकोसिस्टम को फिर से जीवित कर सकें।
Pudgy Penguins का यह डिसीजन, जहां एक तरफ टोकन की सप्लाई को कम करने के लिए लिया गया है, वहीं दूसरी तरफ टोकन प्राइस में गिरावट और NFTs के फ्लोर प्राइस में कमी ने उनके लिए एक नया चैलेंज है। अब यह देखना है कि यह प्रोजेक्ट अपने लक्ष्यों को कैसे हासिल करता है और क्या नए इन्वेस्टर्स और यूज़र्स को आकर्षित करने में सफल होता है। क्रिप्टो और NFT मार्केट की अनस्टेब्लिटी के बीच Pudgy Penguins को अपने स्ट्रेटेजिक कदमों से यह साबित करना होगा कि यह सिर्फ एक कोइंसिडेंट नहीं था, बल्कि लॉन्ग-टर्म सक्सेस की ओर बढ़ने का लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम था।
यह भी पढ़िए: Ripple ने US में 75% बढ़ाई Workforce, बड़े प्लान की है तैयारीसाक्षी मोदी एक स्किल्ड क्रिप्टो कंटेंट राइटर हैं, जिनका बैकग्राउंड जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में है। वह ब्लॉकचेन, Web3 और डिजिटल एसेट्स जैसे कॉम्प्लेक्स टॉपिक्स को आसान और क्लियर भाषा में एक्सप्लेन करने में माहिर हैं। साक्षी करीब एक साल से क्रिप्टो इंडस्ट्री में SEO-ऑप्टिमाइज्ड आर्टिकल्स, ब्लॉग्स और न्यूज स्टोरीज़ लिख रही हैं, जिनमें टेक्निकल इनसाइट और क्रिएटिविटी का बैलेंस होता है।
उनका फोकस हमेशा ऑथेंटिक सोर्सेस और डेटा-बेस्ड रिसर्च पर रहता है, जिससे उनका कंटेंट भरोसेमंद और इनफॉर्मेटिव बनता है। साक्षी की राइटिंग स्टाइल आसान शब्दों में डीप नॉलेज देने पर टिकी है, जिससे नए और प्रोफेशनल दोनों तरह के रीडर्स को फायदा होता है।
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