Singapore Court ने WazirX Restructuring Plan को किया रिजेक्ट
भारत के प्रमुख Crypto Exchange WazirX के 44 लाख से ज्यादा यूज़र्स को एक और बड़ा झटका लगा है। WazirX के ऑफिशियल X अकाउंट के अनुसार, सिंगापुर हाई कोर्ट ने कंपनी के Restructuring Plan को औपचारिक रूप से खारिज कर दिया है। यह वही योजना थी जिसके ज़रिए कंपनी अपने यूज़र्स को उनकी फंसी हुई रकम लौटाने की शुरुआत करने वाली थी।

क्या था WazirX Restructuring Plan?
इस रीस्ट्रक्चरिंग प्लान के ज़रिए कंपनी:
- एक नया Decentralized Exchange (DEX) लॉन्च करने वाली थी।
- Recovery Tokens जारी करने का प्लान था।
- Token Buybacks के ज़रिए मार्केट में लिक्विडिटी लानी थी।
सबसे अहम बात, प्रभावित यूज़र्स को 10 दिनों के अंदर आंशिक भुगतान शुरू करने का टारगेट था लेकिन कोर्ट के फैसले के बाद ये सारी योजनाएँ अब टाल दी गई हैं।
WazirX Restructuring Plan पर कंपनी चुप और यूज़र्स नाराज
मंगलवार को WazirX ने यूज़र्स को एक ईमेल भेजकर इस फैसले की जानकारी दी, लेकिन उसमें न कोई नई टाइमलाइन बताई गई और न ही कोई अगला स्पष्ट कदम। कंपनी ने सिर्फ इतना कहा कि वो कानूनी विकल्पों की समीक्षा कर रही है और संभवतः अपील दायर कर सकती है।
सबसे बड़ी नाराज़गी इस बात को लेकर है कि कंपनी का कोई भी टॉप एग्जीक्यूटिव यहां तक कि Founder Nishal Shetty भी अब तक सामने नहीं आए हैं। ना ही उन्होंने कोई पब्लिक स्टेटमेंट दिया है और न ही सोशल मीडिया पर कोई बातचीत चालू रखी है।
WazirX के सोशल मीडिया चैनल्स पर कमेंट्स और रिप्लाईज़ बंद कर दिए गए हैं, जिससे यूज़र्स का गुस्सा और बढ़ गया है।
WRX Token में भारी गिरावट
जैसे ही कोर्ट का फैसला सामने आया, WazirX का नेटिव टोकन WRX एक ही दिन में 39% तक गिर गया। इस गिरावट ने टोकन होल्डर्स की वैल्यू को एक झटके में कम कर दिया और मार्केट में यूजर्स के बीच डर और चिंता की लहर दौड़ गई।
लिक्विडेशन का खतरा मंडरा रहा है
अगर WazirX ने जल्द ही कोई नया प्लान पेश नहीं किया या कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील नहीं की, तो कंपनी को सिंगापुर के Companies Act की धारा 301 के तहत लिक्विडेशन का सामना करना पड़ सकता है।
इसका मतलब है कि कंपनी की बची हुई एसेट्स बेहद कम दामों पर बेच दी जाएंगी और यूज़र्स को उनकी फंसी रकम में से शायद बहुत ही कम या कुछ भी नहीं मिलेगा।
लीगल बेस बदलने के साथ अन्य उलझन
WazirX ने अपना लीगल बेस Panama शिफ्ट कर लिया है। इससे भारतीय यूज़र्स को यह भी नहीं पता कि अब उनकी लीगल पोजीशन क्या है या उन्हें किससे संपर्क करना चाहिए।
6 जून की मोहलत – आखिरी उम्मीद?
सिंगापुर कोर्ट की ओर से दी गई Moratorium Deadline अब 6 जून को समाप्त हो रही है। यह तारीख अब उन लाखों यूज़र्स के लिए आखिरी उम्मीद बन गई है जो पिछले 10 महीनों से अपने फंड्स के लौटने का इंतज़ार कर रहे हैं।
क्या फंड्स सुरक्षित हैं?
पिछले साल हुए करीब $230 मिलियन के WazirX Hack के बाद से फंड्स लॉक हो जाने की वजह से भारी दबाव में था। WazirX ने ईमेल में कहा है कि उनके NLPA (Non-Liquid Pooled Asset) स्ट्रक्चर में रखे गए एसेट्स सुरक्षित हैं। लेकिन जब तक यूज़र्स विड्रॉ नहीं कर सकते, तब तक ये सुरक्षा भी बेईमानी लगती है।
यूज़र्स की आवाज़: “हमें चाहिए ट्रांसपेरेंसी”
Crypto Forums और सोशल मीडिया पर अब एक ही मांग गूंज रही है, “Accountability और Transparency”। लोग जानना चाहते हैं:
- क्या उनके फंड्स कभी वापस आएँगे?
- क्या कंपनी जिम्मेदारी लेगी?
- क्या उन्हें अब भी किसी पर भरोसा करना चाहिए?
कन्क्लूजन
WazirX के यूज़र्स के लिए यह समय बेहद कठिन है। एक समय भारत का सबसे भरोसेमंद क्रिप्टो एक्सचेंज माना जाने वाला प्लेटफॉर्म अब विश्वास की सबसे बड़ी परीक्षा से गुज़र रहा है। अगर 6 जून तक कोई हल नहीं निकला, तो यह सिर्फ एक एक्सचेंज का पतन नहीं होगा बल्कि यह भारतीय क्रिप्टो सेक्टर की साख पर भी एक बड़ा सवाल बन जाएगा।