Surat Man Held For Money Laundering to Pakistan
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Surat के युवक ने Crypto से की Pakistan में Money Laundering, गिरफ्तार

Surat के युवक पर USDT के द्वारा Money Laundering का आरोप 

भारत में क्रिप्टोकरेंसी का दायरा जितनी तेजी से बढ़ रहा है, उतनी ही तेजी से इससे जुड़े अपराध भी सामने आ रहे हैं। हाल ही में, इसी तरह का एक मामला Gujarat से सामने आया है। जिसमें Surat के एक युवक को Pakistan Based Crypto Wallet में अवैध रूप से ₹10 Crore की Money Laundering करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। 

यह कार्रवाई Gujarat CID-Crime के द्वारा उजागर किए गए ₹200 Crore के Cyber Crime Network से जुडी है। 

Surat के युवक ने Crypto से की Pakistan में Money Laundering, गिरफ्तार

Source: यह इमेज Crypto Educator Karan Singh Arora की X Post से ली गयी है। 

क्या है Money Laundering का यह पूरा मामला

Gujarat Police ने Surat के रहने वाले Chetan Gangani को गिरफ्तार किया है, जिस पर आरोप है कि उसने साइबर अपराधियों की एक गैंग की मदद करते हुए लगभग ₹10 करोड़ को USDT (Tether) में बदलकर Pakistan स्थित एक Binance Crypto Wallet में भेजा।


जांच के अनुसार, आरोपी पिछले चार महीनों से इस Money Laundering नेटवर्क से सक्रीय रूप से जुड़ा हुआ था और अपने BitGet Crypto Wallet का उपयोग कर रकम को क्रिप्टोकरेंसी में बदलते हुए सीमा-पार भेजने का काम कर रहा था।

CID-Crime के Cyber Centre of Excellence के मुताबिक, यह गिरफ्तारी ‘Mule’ Bank Accounts की जांच का हिस्सा है, जिनके माध्यम से साइबर अपराधी बड़े पैमाने पर Money Laundering कर रहे थे। Mule accounts वे बैंक अकाउंट होते हैं जिनका उपयोग अपराधी अवैध रूप से प्राप्त रकम को प्राप्त करने, घुमाने और छिपाने के लिए करते हैं, चाहे खाता धारक को जानकारी हो या न हो।

Gangani हर ट्रांजैक्शन पर 0.10% कमीशन लेता था। अधिकारियों ने उसकी कुल अवैध कमाई का खुलासा नहीं किया है, मगर भेजी गई रकम को देखकर साफ है कि नेटवर्क काफी बड़े पैमाने पर काम कर रहा था।

200 करोड़ की Money Laundering

यह गिरफ्तारी एक बड़े ₹200 करोड़ के साइबर क्राइम रैकेट से जुड़ी है। इस रैकेट में शामिल छह आरोपियों को 3 नवंबर को Morbi, Surendranagar, Surat और Amreli ज़िलों से पकड़ा गया था। जांच में सामने आया कि यह गैंग लगभग 100 Mule Accounts चला रही थी, जिनका उपयोग अवैध रकम को Dubai और Pakistan तक Money Laundering करने में किया जा रहा था।

इन खातों का उपयोग देशभर में दर्ज कुल 386 साइबर क्राइम मामलों में किया गया था, जिनमें शामिल थे:

  • Digital Arrest Scam
  • Task Fraud
  • Investment Fraud
  • Loan Fraud
  • Part-time Job Scam

Gujarat के Deputy Chief Minister और Home Minister Harsh Sanghavi ने इसे “एक बड़े Cross-Border Cybercrime Network” का खुलासा बताया। उनके मुताबिक, साइबर क्राइम टीम ने कुल सात लेयर्स में फैले Money Laundering Trail को ट्रैक किया और USDT ट्रांजैक्शन की गहराई तक जाकर पूरे मॉड्यूल का खुलासा किया।

जांच में यह भी सामने आया कि पाकिस्तान स्थित जो Binance USDT Wallet उपयोग किया जा रहा था, उसे भारतीय खातों से अब तक ₹25 करोड़ से अधिक की रकम भेजी जा चुकी थी।

भारत में लगातार बढ़ रहे Crypto Scam के मामले

भारत में Crypto और Fintech Adoption तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इसके साथ ही Crypto-based मनी लॉन्ड्रिंग, डिजिटल फ्रॉड और Cross-Border Scams भी लगातार बढ़ रहे हैं।
कई साइबर अपराधी अब बैंकिंग सिस्टम के बजाय USDT जैसे स्टेबलकॉइन का इस्तेमाल कर रहे हैं, क्योंकि इन ट्रांजैक्शनों को ट्रैक करना कठिन होता है और अंतरराष्ट्रीय ट्रांसफर कुछ ही मिनट में पूरा किया जा सकता है।

Recent साइबर क्राइम रिपोर्टों में यह प्रवृत्ति साफ दिखती है:

  • अपराधी USDT → Overseas Wallets → Cash Conversion मॉडल का उपयोग कर रहे हैं
  • Crypto Exchanges का उपयोग करके पैसा कई देशों में भेजा जा रहा है
  • भारत में Mule Accounts की संख्या तेजी से बढ़ रही है
  • Tier-2 और Tier-3 शहर इन नेटवर्कों का नया टार्गेट बन रहे हैं

Experts का कहना है कि Crypto Transparency Tools, KYC सिस्टम और International Coordination के बिना इस तरह के Cross-Border Scams और Money Laundering पर रोक लगाना मुश्किल है।

Cryptocurrency पर Global Consensus की जरुरत 

क्रिप्टो एक ग्लोबल फाइनेंशियल रेवोलुशन का टूल है, यह किसी एक देश तक सीमित नहीं है। मैंने क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में अपने 6 वर्षों के अनुभव के दौरान इसे तेजी से बढ़ते और विकसित होते हुए देखा है। हर टेक्नोलॉजी का उपयोग सही और गलत दोनों ही तरीके से किया जा सकता है. यही बात Cryptocurrency पर भी लागू होती है। 

दुनिया भर की सरकारों को साथ आकर आपसी सहयोग के माध्यम से इसके दुरूपयोग को रोकने के लिए काम करने की जरुरत है। 

कन्क्लूज़न

Gujarat में उजागर हुआ यह मामला साफ दिखाता है कि साइबर अपराधी अब Crypto के जरिए देश से बाहर बड़े पैमाने पर मनी लॉन्ड्रिंग कर रहे हैं। Surat के युवक की गिरफ्तारी ने पूरे नेटवर्क की परतें खोली हैं, जिसमें पाकिस्तान तक वित्तीय लिंक साबित हुए हैं।
India में Crypto Regulations, AML (Anti-Money Laundering) सिस्टम और साइबर मॉनिटरिंग को और मजबूत करने की आवश्यकता है, ताकि इस तरह के Cross-Border Cybercrime को समय रहते रोका जा सके।

Disclaimer: यह जानकारी एजुकेशनल पर्पस से दी गई है. क्रिप्टो मार्केट वोलेटाइल है, किसी भी तरह के इन्वेस्टमेंट से पहले अपनी रिसर्च जरुर करें।

About the Author Ronak Ghatiya

Crypto Journalist Cryptohindinews.in

Ronak Ghatiya एक उभरते हुए क्रिप्टो कंटेंट राइटर हैं, जिनका एजुकेशन और टेक्नोलॉजी में मजबूत बैकग्राउंड रहा है। उन्होंने पिछले 6 वर्ष में फाइनेंस, ब्लॉकचेन, Web3 और डिजिटल एसेट्स जैसे विषयों पर डेटा-ड्रिवन और SEO-अनुकूल कंटेंट लिखा है, जो नए और प्रोफेशनल रीडर्स दोनों के लिए उपयोगी साबित हुआ है। रोनक की लेखनी का फोकस जटिल तकनीकी टॉपिक्स को आसान भाषा में समझाना है, जिससे क्रिप्टो स्पेस में ट्रस्ट और क्लैरिटी बनी रहे।

उन्होंने CoinGabbar.com, Medium और अन्य क्रिप्टो प्लेटफ़ॉर्म्स के लिए ब्लॉग्स और न्यूज़ स्टोरीज़ लिखी हैं, जिनमें क्रिएटिविटी और रिसर्च का संतुलन होता है। रोनक की स्टाइल डिटेल-ओरिएंटेड और रिस्पॉन्सिव है, और वह तेजी से बदलते क्रिप्टो परिदृश्य में एक विश्वसनीय आवाज़ बनने की ओर अग्रसर हैं। LinkedIn पर प्रोफ़ाइल देखें या उनके आर्टिकल्स यहाँ पढ़ें।

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Gujarat CID-Crime ने Surat के युवक Chetan Gangani को गिरफ्तार किया है, जिस पर आरोप है कि उसने ₹10 करोड़ को USDT (Tether) में बदलकर Pakistan स्थित Binance Wallet में भेजा। यह ₹200 करोड़ के Cyber Crime Network का हिस्सा था।
जांच के मुताबिक आरोपी पिछले चार महीनों से इस नेटवर्क से जुड़ा था और BitGet Wallet के ज़रिए रकम को क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर विदेश भेज रहा था। हर ट्रांजैक्शन पर उसे 0.10% कमीशन मिलता था।
Mule Accounts वे बैंक अकाउंट होते हैं जिनका उपयोग साइबर अपराधी अवैध रकम को प्राप्त और ट्रांसफर करने के लिए करते हैं। इस केस में करीब 100 Mule Accounts का इस्तेमाल करके रकम Dubai और Pakistan तक भेजी गई।
यह नेटवर्क Gujarat के Morbi, Surendranagar, Surat और Amreli ज़िलों में फैला हुआ था। CID-Crime ने 3 नवंबर को छह आरोपियों को पकड़ा, जिन्होंने 386 Cyber Crime मामलों में इन Mule Accounts का उपयोग किया था।
जांच में सामने आया कि इस नेटवर्क का उपयोग Digital Arrest Scam, Task Fraud, Investment Fraud, Loan Fraud और Part-time Job Scam जैसे कई ऑनलाइन अपराधों में किया जा रहा था।
CID रिपोर्ट के अनुसार, Pakistan में स्थित Binance Wallet में भारतीय खातों से ₹25 करोड़ से अधिक ट्रांसफर किए गए। आरोपी ने USDT का उपयोग किया जिससे ट्रांजैक्शन को ट्रैक करना मुश्किल हो गया।
USDT जैसे Stablecoins तेज़ और सीमा-पार ट्रांजैक्शन के लिए लोकप्रिय हैं, लेकिन अपराधी इनका दुरुपयोग कर रहे हैं क्योंकि इन्हें ट्रैक करना कठिन होता है और मनी लॉन्ड्रिंग आसान बन जाती है।
Experts का कहना है कि मजबूत AML (Anti-Money Laundering) सिस्टम, KYC Verification, Blockchain Transparency Tools और इंटरनेशनल कोऑर्डिनेशन की मदद से ही ऐसे Cross-Border Crypto Crimes पर रोक लगाई जा सकती है।
यूजर्स को किसी भी संदिग्ध लिंक या ऑफर पर क्लिक करने से बचना चाहिए, अनजान एक्सचेंज पर पैसा न भेजें और केवल Regulated Crypto Platforms पर ही ट्रेड करें। निवेश से पहले अपनी रिसर्च ज़रूर करें।
यह केस दिखाता है कि भारत में AML सिस्टम और Crypto Monitoring को और मजबूत करने की ज़रूरत है। सरकार को Global Coordination और Real-time Blockchain Tracking टूल्स पर ध्यान देना चाहिए ताकि ऐसे अपराधों को रोका जा सके।