ERC Token Standards क्या हैं, यह कितने प्रकार के होते हैं?
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Token Standards ब्लॉकचेन नेटवर्क पर टोकन्स को बनाने, उपयोग करने और ट्रांसफ़र करने के लिए बनाए गए नियमों और प्रोटोकॉल का सेट होते हैं। ये स्टैंडर्ड्स सुनिश्चित करते हैं कि अलग-अलग स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स और एप्लिकेशन में Token आपस में सही तरीके से इंटरैक्ट कर सकें। जैसे कंप्यूटर फाइल्स के लिए .pdf, .docx, या .mp3 जैसे फ़ॉर्मैट होते हैं, वैसे ही ब्लॉकचेन पर टोकन्स के लिए भी अलग-अलग स्टैण्डर्ड फॉर्मेट होते हैं, जिन्हें हम Token Standards कहते हैं।
इन्हीं टोकन स्टैंडर्ड्स में से ऐसे टोकन स्टैण्डर्ड जो Ethereum Blockchain के लिए बनाए गए हैं, ERC Token Standards कहे जाते हैं। ये स्टैंडर्ड्स Ethereum के लिए किसी ब्लूप्रिंट की तरह हैं, जो यह तय करते हैं कि एक टोकन या स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट कैसे बिहेव करेगा। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि ERC Token Standards आखिर क्या होते हैं, ये कैसे बनते हैं और क्यों Ethereum Ecosystem में इनका क्या महत्त्व है।
ERC Token Standards क्या होते हैं?
ERC का पूरा नाम है Ethereum Request for Comments, इन्हें डेवलपर्स Ethereum प्लेटफ़ॉर्म के लिए नए प्रोटोकॉल, टोकन या इंटरफेस डिज़ाइन करने के लिए प्रपोज़ करते हैं।
हर ERC Token Standard एक यूनिक नंबर से जाना जाता है, जैसे ERC-20, ERC-721, ERC-1155 आदि।
ये स्टैंडर्ड्स यह सुनिश्चित करते हैं कि Ethereum Network पर बने टोकन और स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट एक निश्चित टेम्प्लेट और इंटरफेस को फॉलो करें जिससे वे एक-दूसरे के साथ कंपैटिबल रहें, डेवलपर्स के लिए इंटीग्रेशन आसान हो और यूज़र्स को सीमलेस ट्रांज़ैक्शन मिल पाए।
Ethereum Token Standards क्यों ज़रूरी हैं?
Ethereum की असली पावर इसके ग्लोबल नेटवर्क में है, जहाँ हजारों टोकन, वॉलेट, गेम्स, एनएफटी प्लेटफ़ॉर्म और DeFi ऐप्स साथ काम करते हैं। ऐसे में अलग-अलग तरह के टोकन के बीच कोऑर्डिनेशन को ERC Standards ही संभव बनाते हैं।
ERC Token Standards की ज़रूरत निम्नलिखित कारणों से होती है:
- इंटरऑपरेबिलिटी: वॉलेट्स, एक्सचेंज और dApps में यह कोड किया गया होता है कि उन्हें टोकन से क्या एक्सपेक्ट करना है।
- टेक्निकल कंसिस्टेंसी: हर टोकन एक जैसी फंक्शनलिटी और स्ट्रक्चर को फॉलो करता है, जिससे बग्स कम होते हैं।
- डेवलपमेंट स्पीड: डेवलपर्स पहले से बने स्टैंडर्ड्स का इस्तेमाल कर तेजी से नए टोकन या ऐप्स बना सकते हैं।
साधारण शब्दों में कहें तो ERC Standards Ethereum में व्यवस्था बनाये रखने का काम करते हैं।
ERC Standards कैसे बनते हैं?
ERC कोई कंपनी या सेंट्रल अथॉरिटी नहीं बनाती है। यह पूरी तरह कम्युनिटी ड्रिवेन प्रोसेस है:
- सबसे पहले कोई भी डेवलपर GitHub पर एक नया प्रपोज़ल सबमिट करता है।
- इसके बाद Ethereum कम्युनिटी उस प्रपोसल पर डिस्कशन और सुझाव देती है।
- अगर ज़रूरत होती है तो प्रपोज़ल को अपडेट किया जाता है।
- अगर कम्युनिटी और Ethereum Core Developers उसे वैल्यूएबल मानते हैं, तो वो ऑफिशियल ERC Token Standards बन जाता है।
यह प्रोसेस डीसेंट्रलाइज़्ड, कोलैबोरेटिव और टेक्निकल मेरिट पर आधारित होती है, जो कि Ethereum की असली भावना को दर्शाती है।
ERC Token के प्रकार
ERC-20: फंजिबल टोकन का बेसिक स्ट्रक्चर
ERC-20 पहला और सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला स्टैंडर्ड है, जो फंजिबल टोकन के लिए बनाया गया था मतलब ऐसे टोकन जिनकी वैल्यू एक-दूसरे के बराबर होती है।
इसमें कुछ पहले से डिफाइन किए गए फंक्शन्स होते हैं, जैसे:
- totalSupply: कुल टोकन कितने हैं
- balanceOf(address): किसी एड्रेस के पास कितने टोकन हैं
- transfer(to, amount): टोकन भेजना
USDC, DAI, AAVE जैसे टोकन जिनके हर टोकन की वैल्यू सामान होती है, ERC-20 पर आधारित हैं।
ERC-721: एनएफटी को डिफाइन करने वाला स्टैंडर्ड
जब डिजिटल आर्ट और गेमिंग एसेट्स का ट्रेंड शुरू हुआ, तब ऐसे टोकन की ज़रूरत पड़ी जो अपने आप में यूनिक हो, इन्हें ही नॉन-फंजिबल टोकन या NFT कहा जाता है। इस स्टैण्डर्ड का हर टोकन दुसरे टोकन से अलग होता है।
तो स्पष्ट है की NFT का टोकन स्टैण्डर्ड ERC-721 है, जो हर टोकन को एक यूनिक ID से डिफाइन करता है।
इस स्टैंडर्ड के फंक्शन्स में शामिल हैं:
- ownerOf(tokenId): NFT का ओनर कौन है
- safeTransferFrom(from, to, tokenId): NFT ट्रांसफर करना
Cryptopunks, Bored Ape Yacht Club जैसे एनएफटी कलेक्शन्स इसी ERC Token Standards पर चलते हैं।
ERC-1155: मल्टी-टोकन स्टैंडर्ड
ERC-1155 एक बहुत ही वर्सटाइल स्टैंडर्ड है जो Fungible और Non Fungible दोनों प्रकार के टोकन को सपोर्ट करता है, जिसे खासकर गेमिंग और मेटावर्स प्रोजेक्ट्स को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया था।
- ये एक ही स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट के अंदर फंजिबल और नॉन-फंजिबल दोनों टोकन को सपोर्ट करता है।
- इससे ट्रांज़ैक्शन में गैस फ़ीस कम लगती है और एफिशिएंसी बढ़ती है।
अगर किसी गेम में गोल्ड कॉइन्स (फंजिबल) और रेयर वेपन्स (NFT), दोनों की जरुरत हो तो यहाँ ERC-1155 का उपयोग किया जाता है।
अन्य इम्पोर्टेन्ट ERC Standards (जैसे ERC-4626, ERC-777, ERC-2981)
ERC-4626: वॉल्ट स्टैंडर्ड
DeFi ऐप्स में यूज़र्स अपने टोकन डिपाजिट करते हैं और उस पर रिटर्न कमाते हैं। ERC-4626 इस प्रोसेस को स्टैंडर्डाइज़ करता है।
Yearn, Aave जैसे प्लेटफ़ॉर्म्स वॉल्ट सिस्टम के लिए इसे अपनाते हैं।
ERC-777: एडवांस्ड टोकन मैकेनिज़्म
ERC-20 की तुलना में यह ज़्यादा फ्लेक्सिबल है और डेवलपर्स को टोकन ट्रांज़ैक्शन में ज़्यादा कंट्रोल देता है। इसमें ऐसे हुक होते हैं जो यह परमिशन देते हैं कि जब भी टोकन भेजा जाए, रिसीवर स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट उसे तुरंत रिस्पॉन्ड कर सके।
ERC-2981: NFT Royalty
यह स्टैंडर्ड यह तय करता है कि किसी NFT की रीसेल पर कितनी रॉयल्टी दी जाएगी और किस ऐड्रेस को मिलेगी।
OpenSea जैसे मार्केटप्लेस NFT Royalty के लिए अब इस स्टैंडर्ड को सपोर्ट करते हैं।
ERC Token Standards का Ethereum Ecosystem पर प्रभाव
ERC Standards ने Ethereum को सिर्फ एक ब्लॉकचेन नहीं, बल्कि एक प्रोग्रामेबल इकोनोमी बना दिया है। इसके कारण Ethereum में निम्नलिखित बदलाव हुए हैं:
- इनोवेशन में तेजी: इन स्टैंडर्ड्स के कारण कोई भी आसानी से नया टोकन या एप्लिकेशन लॉन्च कर सकता है।
- विश्वसनीयता: स्टैंडर्ड्स पहले से तय होने के कारण यूज़र्स और डेवलपर्स को पता है कि वे किन टर्म्स और रूल्स पर भरोसा कर सकते हैं।
- कम्युनिटी ग्रोथ: हर नया टोकन स्टैंडर्ड Ethereum को और इन्क्लूसिव बनाता है।
Ethereum की सफलता के पीछे एक बड़ी वजह यही ERC Token Standards हैं, क्योंकि यह इस प्लेटफार्म को ज्यादा इंक्लूसिव और इनोवेशन ड्रिवेन बनाते हैं।
ERC Standards ने Ethereum को स्ट्रक्चर में सिस्टम को बनाया है और एक कई बिखरे हुए यूज़ केसेस को एक नेटवर्क इकोसिस्टम में ला दिया है। हर नया डीसेंट्रलाइज़्ड ऐप, हर एनएफटी कलेक्शन, हर DeFi प्रोटोकॉल इन स्टैंडर्ड्स के कारण ही स्मूदली फंक्शन कर पाता है।
अगर आप Ethereum पर कुछ बनाना चाहते हैं, चाहे वो एक साधारण टोकन हो या एक कॉम्प्लेक्स DeFi सिस्टम तो ERC Token Standards को समझना आपकी पहली ज़रूरत है।