क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में तेजी से बदलते हालातों के बीच Pi Coin एक बार फिर चर्चा में आ गया है। जहां इन्वेस्टर्स 14 मई की बड़ी घोषणा से पॉजिटिव बदलाव की उम्मीद कर रहे थे, वहीं उन्हें बड़ी निराशा हाथ लगी है। यूज़र्स उम्मीद कर रहे थे कि, Binance Listing और टोकन बर्न जैसी बड़ी घोषणाएं होगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और यूज़र्स में निराशा बढ़ी, जिससे Pi Coin Price में गिरावट दर्ज की गई। ख़बर लिखे जाने तक पिछले 24 घंटे में इसकी वैल्यू 26% से ज्यादा गिर गई है, जिससे इन्वेस्टर्स में इसे लेकर चिंता बढ़ रही है। लेकिन सवाल यह है कि, Pi Network Venture Launch के बाद भी क्यों इन्वेस्टर्स की उम्मीदें टूटी? तो आइए विस्तार से समझते हैं इसके पीछे के कारणों को।
ख़बर लिखे जाने तक Pi Coin Price $0.8709 है, जिसमें पिछले 24 घंटे में 26.26% की गिरावट हुई है। इस गिरावट के बावजूद इसकी मार्केट कैप अभी भी $6.21 बिलियन बनी हुई है और इसका 24 घंटे का ट्रेडिंग वॉल्यूम $882.19 मिलियन है। हालांकि, पिछले 7 दिनों में इसके प्राइस में अच्छी खासी वृद्धि देखने को मिली थी, लेकिन 14 मई के अनाउंसमेंट के बाद अचानक से इसमें तेज़ गिरावट दर्ज की गई।
अब सवाल यह उठता है कि इतनी बड़ी अनाउंसमेंट के बावजूद Pi Coin Price में इतनी भारी गिरावट क्यों आई? आइए जानते हैं, क्या है इसके पीछे के प्रमुख कारण।
Pi Coin के सपोर्टर और इन्वेस्टर्स लंबे समय से इस उम्मीद में थे कि इस बार Binance Listing जैसी कोई बड़ी घोषणा हो सकती है और यह उम्मीद तब और मजबूत हो गई थी, जब Pi कम्युनिटी के 86% सदस्यों ने इस लिस्टिंग के पक्ष में वोट किया था। लेकिन 14 मई को हुई अनाउंसमेंट में Pi Coin Listing On Binance को लेकर एक भी शब्द नहीं कहा गया।
इसके बजाय, Pi Network ने “Pi Network Ventures” नाम से एक $100 मिलियन का नया फंड लॉन्च करने की घोषणा की, जिसका उद्देश्य नए स्टार्टअप्स को सपोर्ट करना और Pi Token के रियल वर्ल्ड में उपयोग को बढ़ाना है। यह लॉन्ग-टर्म में प्रोजेक्ट के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन फिलहाल यूज़र्स किसी ठोस अचीवमेंट या मार्केट एक्सपोज़र की उम्मीद कर रहे थे, जो उन्हें नहीं मिला। यही सबसे बड़ा कारण था जिससे इन्वेस्टर्स में निराशा फैली और उन्होंने टोकन बेचना शुरू कर दिया।
क्रिप्टो मार्केट में टोकन बर्न को एक पॉजिटिव संकेत माना जाता है क्योंकि इससे टोकन की टोटल सप्लाई घटती है और प्राइस में वृद्धि होती है। वहीं Pi Coin के इन्वेस्टर्स यह उम्मीद कर रहे थे कि इस बार के अनाउंसमेंट में टोकन बर्न जैसी प्लानिंग भी सामने लाई जाएगी, जिससे 2025 में जारी होने वाले 1.3 बिलियन नए टोकनों से होने वाले इन्फ्लेशन की चिंता कुछ कम होती।
न तो Binance Listing की गई और न ही टोकन बर्न को लेकर कोई घोषणा हुई, जिससे इन्वेस्टर्स की उम्मीदें टूट गईं और उन्होंने अपने टोकन बड़ी संख्या में बेचना शुरू कर दिया। यह Mass Sell-Off इस गिरावट का सबसे बड़ा कारण बन गया।
हालांकि यह भी देखा गया कि इन्वेस्टर्स का Pi Coin प्रोजेक्ट पर अभी भी विश्वास है, लेकिन बार-बार की देरी और अधूरी घोषणाएं उनके विश्वास को कमजोर कर रही हैं।
Pi Coin की हालिया गिरावट मुख्य रूप से दो प्रमुख कारणों से हुई, जैसे Binance पर लिस्टिंग की उम्मीद टूटना और टोकन बर्न न होना। इन्वेस्टर्स बड़े अनाउंसमेंट की उम्मीद में थे, लेकिन उन्हें फ्यूचर के प्लान्स मिले, जिनका असर तुरंत नहीं दिखता। यही वजह है कि मार्केट में चिंताएं बढ़ी और बड़ी मात्रा में टोकन सेल हुई, जिससे Pi Coin Price में बड़ी गिरावट देखने को मिली।
यह भी पढ़िए: MetaMask Native Token करेगा लॉन्च, जानिए सच है या अफवाहसाक्षी मोदी एक स्किल्ड क्रिप्टो कंटेंट राइटर हैं, जिनका बैकग्राउंड जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में है। वह ब्लॉकचेन, Web3 और डिजिटल एसेट्स जैसे कॉम्प्लेक्स टॉपिक्स को आसान और क्लियर भाषा में एक्सप्लेन करने में माहिर हैं। साक्षी करीब एक साल से क्रिप्टो इंडस्ट्री में SEO-ऑप्टिमाइज्ड आर्टिकल्स, ब्लॉग्स और न्यूज स्टोरीज़ लिख रही हैं, जिनमें टेक्निकल इनसाइट और क्रिएटिविटी का बैलेंस होता है।
उनका फोकस हमेशा ऑथेंटिक सोर्सेस और डेटा-बेस्ड रिसर्च पर रहता है, जिससे उनका कंटेंट भरोसेमंद और इनफॉर्मेटिव बनता है। साक्षी की राइटिंग स्टाइल आसान शब्दों में डीप नॉलेज देने पर टिकी है, जिससे नए और प्रोफेशनल दोनों तरह के रीडर्स को फायदा होता है।
तेजी से बदलती क्रिप्टो दुनिया में वह खुद को एक ट्रस्टेड और ग्रोइंग वॉइस के रूप में स्थापित कर रही हैं।
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