Ripple Cryptocurrency Price, BTC की तेजी में XRP पर दबाव
Ripple Cryptocurrency Price ने हाल के दिनों में कुछ गिरावट देखी है। खबर लिखे जाने तक, Ripple (XRP) $2.40 पर ट्रेड कर रहा था, जो भारतीय रूपए में लगभग ₹203.33 के आसपास है। पिछले 24 घंटे में XRP में 8.85% की गिरावट आई है, जिससे इसकी मार्केट कैप $137.10B पर पहुँच गई है। साथ ही, पिछले 24 घंटे का ट्रेडिंग वॉल्यूम $27.57B के आसपास रहा, जिसमें 29.71% की कमी आई है। इस गिरावट के बावजूद, XRP अभी भी क्रिप्टो मार्केट की तीसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बनी हुई है, लेकिन इसकी हालिया कीमतों ने निवेशकों में कुछ चिंता उत्पन्न की है।
Ripple Cryptocurrency Price में गिरावट का कारण
हालाँकि Ripple (XRP) कुछ समय पहले $2.84 तक पहुँचने में सफल हुआ था, जिससे निवेशकों में उम्मीदें बढ़ गई थीं कि यह जल्द ही $3 के माइलस्टोन को पार कर लेगा, लेकिन इस उम्मीद के विपरीत, XRP अपनी तेजी को बनाए रखने में नाकाम रहा और कीमत में गिरावट देखने को मिली। Ripple Cryptocurrency में यह गिरावट खासतौर पर Bitcoin (BTC) की बढ़ती कीमतों के कारण देखी जा रही है। क्रिप्टो मार्केट में Bitcoin ने $100K का माइलस्टोन पार किया और 5 दिसंबर को अपना ऑल टाइम हाई $103,900.47 तक पहुँचाया। वर्तमान में, Bitcoin $102,586.16 पर ट्रेड कर रहा था, जो Ripple की कीमतों पर दबाव बना रहा है।
Bitcoin की बढ़ती कीमतों ने XRP पर दबाव डाला, जिससे यह अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तुलना में कुछ कमजोर दिखाई दी। बिटकॉइन की बूमिंग कीमतों के साथ, XRP की कीमत में गिरावट का यह सिलसिला जारी रहा।
हालांकि, कुछ विशेषज्ञ यह मानते हैं कि XRP में यह गिरावट एक अस्थायी ट्रेंड हो सकता है और आने वाले दिनों में इसकी कीमत फिर से तेजी देख सकती है। Ripple (XRP) की तेजी पर दबाव बढ़ने के बावजूद, क्रिप्टो विशेषज्ञों का दावा है कि Ripple Cryptocurrency Price अपने ऑल टाइम हाई $3.84 को पार कर सकता है।
कन्क्लूजन
Ripple Cryptocurrency Price में हालिया गिरावट के बावजूद, XRP अब भी क्रिप्टो मार्केट में अपनी मजबूत स्थिति बनाए हुए है। बिटकॉइन की बढ़ती कीमतों का दबाव XRP पर पड़ा है, लेकिन क्रिप्टो विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में XRP की कीमत में फिर से तेजी आ सकती है। यदि Ripple अपनी गति को फिर से पकड़ने में सफल होता है, तो यह आसानी से अपने पुराने उच्चतम स्तर को पार कर सकता है। ऐसे में निवेशकों को निराश होने की बजाय संभावनाओं की ओर ध्यान देना चाहिए।