अपग्रेड भी नहीं बढ़ा पाया Ethereum Network एक्टिविटी:JP Morgan
Bitcoin के बाद Ethereum एक ऐसी क्रिप्टोकरेंसी है जिस पर लगभग हर क्रिप्टो इन्वेस्टर की नज़र हमेशा बनी रहती है। लम्बे समय से सुस्त चल रही इस क्रिप्टोकरेंसी को लेकर मई 2025 में हुए Ethereum Pectra Upgrade के बाद इन्वेस्टर्स में उत्साह देखा गया था। क्रिप्टो यूज़र्स, इन्वेस्टर्स और क्रिप्टो कम्युनिटी को उम्मीद थी कि इस अपग्रेड के बाद Ethereum Network पर एक्टिविटी में बढ़ेगी। लेकिन हाल ही में JPMorgan द्वारा जारी किए रिसर्च पेपर में जो डेटा पेश किया है, वह इस उम्मीद पर बड़े सवाल खड़े कर रहा है।
Pectra Upgrade के बावजूद Ethereum Network ने नहीं पकड़ी रफ़्तार
JPMorgan की रिपोर्ट के अनुसार, Ethereum में हालिया रिफॉर्म्स के बावजूद नेटवर्क की ऑन-चेन एक्टिविटी में कोई खास उछाल देखने को नहीं मिला है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भले ही Pectra Upgrade टेक्नोलॉजी के लिहाज से Ethereum को और मजबूत बना रहा हो, लेकिन यह इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स या बड़े यूजर्स को आकर्षित करने में सफल नहीं हो पाया है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि Ethereum की डिमांड में गिरावट का असर भविष्य में इस नेटवर्क की स्टेबिलिटी और सिक्योरिटी पर भी पड़ सकता है। यह गिरावट खास तौर पर इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के इंटरेस्ट में कमी और Eth फ्यूचर्स में कमजोर मोमेंटम के कारण हो रही है।
गिरती डिमांड के पीछे क्या हैं कारण?
JPMorgan के ग्लोबल मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट Nikolaos Panigirtzoglou के नेतृत्व में तैयार की गई इस रिपोर्ट में Ethereum की गिरती डिमांड के पीछे कई वजहों को चिन्हित किया गया है। जिसमे सबसे प्रमुख कारण मार्केट में अनस्टेबिलिटी के चलते कई इन्वेस्टर्स द्वारा ETH से प्रॉफिट बुकिंग माना जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, इसके साथ ही क्रिप्टो पर चल रही रेगुलेटरी अनसर्टैनिटी भी इस गिरावट में योगदान दे रही हैं।
इसके अलावा पिछले साल हुए Dencun Upgrade के बाद Ethereum की सर्कुलेटिंग सप्लाई में हुई बढ़ोतरी ने इसकी इमेज “इन्फ्लेशनरी एसेट” की बना दी है, जो इन्वेस्टर्स के मन में संदेह पैदा कर रही है।
एक और बड़ा पहलू है Layer 2 Blockchain का बढ़ता उपयोग। हालांकि ये L2 Solutions Ethereum को स्केलेबिलिटी और कम फीस जैसे एज देते हैं, लेकिन वे Ethereum की मेनचेन से ट्रांजैक्शन और वॉल्यूम को बाहर कर देते हैं। इससे नेटवर्क पर कम गैस फीस जनरेट होती है, जो वेलिडेटर्स की इनकम और नेटवर्क की सिक्योरिटी को कमजोर कर सकती है।
पॉजिटिव इंडिकेटर: TVL में Ethereum का दबदबा कायम
हालांकि एक्टिविटी में गिरावट चिंता का विषय है, लेकिन Ethereum अब भी कुछ प्रमुख पहलुओं में आगे है। एक महत्वपूर्ण इंडिकेटर Total Value Locked (TVL) में इसका वर्चस्व अब भी बना हुआ है। न्यूज़ लिखे जाने तक DefiLlama के अनुसार, इसका TVL $60 बिलियन से ऊपर था, जो Solana और अन्य मेनस्ट्रीम चेन से कहीं अधिक है।
TVL का यह आंकड़ा दिखाता है कि DeFi सेक्टर में इसकी पकड़ अब भी मजबूत बनी हुई है और यूजर बेस में इसे लेकर विश्वास अब भी कायम है। यह नेटवर्क की सिक्योरिटी, लिक्विडिटी और ओवरऑल फंक्शनैलिटी का एक पॉजिटिव इंडिकेटर है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मौजूदा मार्केट रैली को अब तक मुख्यतः इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने लीड किया है। यदि रिटेल इन्वेस्टर्स भी इस रैली में शामिल होते हैं, तो Ethereum समेत कई Altcoins में एक और उछाल देखने को मिल सकता है।
Ethereum का मामला यह दर्शाता है कि सिर्फ टेक्निकल अपग्रेड करना पर्याप्त नहीं होता। बल्कि नेटवर्क पर वास्तविक गतिविधि और यूजर एंगेजमेंट तभी बढ़ता है जब इन्वेस्टर्स को प्रॉफिट और पॉसिबिलिटी स्पष्ट रूप से दिखाई दें। JPMorgan की रिपोर्ट एक जरूरी चेतावनी है कि इस दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी को केवल टेक्निकल रिफॉर्म्स पर ही नहीं, बल्कि यूज़र एक्सपीरियंस और वैल्यू डिलीवरी पर भी ध्यान देना होगा।
कन्क्लूज़न
भविष्य में Ethereum के लिए सबसे बड़ी चुनौती यही होगी कि वह Layer 2 Solutions के बेनिफिट को बनाए रखते हुए मेनचेन की यूटिलिटी और डिमांड को कैसे बढ़ाए और यदि वह इस संतुलन को कायम रखने में सफल होता है, तो यह ब्लॉकचेन न केवल अपनी मौजूदा स्थिति मजबूत करेगा, बल्कि अगली क्रिप्टो रैली में एक प्रमुख भूमिका भी निभा सकता है।