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Analyzing Dogecoin’s Performance Against INR, जानिए विश्लेषण

क्रिप्टोकरेंसी और ट्रेडिशनल करेंसी के बीच तुलना करना हमेशा रोचक रहा है, खासकर जब दोनों का आधार USD हो। यदि हम Dogecoin और Indian Rupee (INR) की बीते 5 वर्षों में अमेरिकी डॉलर (USD) के मुकाबले प्रदर्शन की बात करें, तो हमें एक दिलचस्प पैटर्न देखने को मिलता है। Dogecoin, जिसे 2013 में मजाक के तौर पर शुरू किया गया था, अब एक बड़ा मीमकॉइन बन चुका है। वहीं INR, भारत की ऑफिशियल करेंसी है, जिसे भारत सरकार के  रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा कंट्रोल किया जाता है। इस आर्टिकल में हम 2021 से 2025 तक USD के मुकाबले Dogecoin और INR के प्रदर्शन का विश्लेषण करेंगे और यह समझेंगे कि इनमें से किसने ज्यादा ग्रोथ हासिल की।

USD के मुकाबले INR की परफॉर्मेंस

2021 में 1 USD की कीमत ₹74.57 थी, जो 2025 तक बढ़कर ₹86.83 हो गई। इस दौरान क्रमशः साल दर साल INR ने कमजोरी दिखाई —

  • 2022 में ₹81.35

  • 2023 में ₹81.94

  • 2024 में ₹84.83

  • 2025 में ₹86.83

इसका मतलब है कि INR ने USD के मुकाबले 2021 से 2025 के बीच लगभग 16.47% की गिरावट झेली है। यह गिरावट भारत की इकोनॉमी, महंगाई दर, विदेशी निवेश, ग्लोबल ट्रेड बैलेंस जैसे कई मैक्रोइकोनॉमिक फैक्टर्स से जुड़ी हुई है।

INR की कमजोरी यह दर्शाती है कि USD के मुकाबले इसकी क्रय शक्ति कम हुई है, जो आयात पर आधारित देशों के लिए चुनौती बन सकती है।

USD के मुकाबले Dogecoin की परफॉर्मेंस

Dogecoin की कीमत 2021 में $0.37 थी और 2025 तक यह बढ़कर $0.47 हो गई। हालांकि, इस दौरान इसमें भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला:

  • 2022 में $0.1368 (गिरावट)

  • 2023 में $0.093 (और गिरावट)

  • 2024 में $0.344 (बड़ी उछाल)

  • 2025 में $0.47 (मजबूत रिकवरी)

अगर कुल ग्रोथ की बात करें तो Dogecoin ने 2021 से 2025 के बीच 27.03% की वृद्धि दर्ज की है।

यह वृद्धि दर्शाती है कि क्रिप्टो मार्केट में एक मीमकॉइन भी अच्छी वापसी कर सकता है, विशेष रूप से जब बड़े नाम जैसे Elon Musk इससे जुड़े हों। हाल के वर्षों में Dogecoin की लोकप्रियता, सोशल मीडिया एक्टिविटी और ETF को लेकर अटकलों ने इसके मूल्य में भारी उतार-चढ़ाव पैदा किया।

कौन रहा बेहतर? Dogecoin vs INR

दोनों एसेट्स को USD के मुकाबले देखें तो Dogecoin ने INR की तुलना में बेहतर परफॉर्मेंस दी है। INR ने जहां लगातार डॉलर के मुकाबले कमजोरी दिखाई, वहीं Dogecoin ने शुरुआती गिरावट के बाद वापसी की और कुल मिलाकर पॉजिटिव रिटर्न दिया।

यहाँ एक बात गौर करने लायक है कि Dogecoin एक डिजिटल एसेट है जो पूरी तरह मार्केट सेंटिमेंट्स पर आधारित होता है, जबकि INR एक करेंसी है जो देश की आर्थिक नीतियों और ग्लोबल ट्रेड पर निर्भर होती है। फिर भी यदि एक निवेशक के नज़रिये से देखा जाए, तो Dogecoin ने INR से कहीं बेहतर रिटर्न दिए हैं।

कौन से कारक हैं जो परफॉर्मेंस को प्रभावित कर सकते हैं?

Dogecoin के लिए:

  1. Dogecoin ETF की उम्मीदें: अगर SEC इसे मंजूरी देती है तो बड़ी कीमतों में तेजी संभव।

  2. Elon Musk का प्रभाव: Tesla और X के मालिक द्वारा हर बयान Dogecoin पर असर डालता है।

  3. कम्युनिटी सपोर्ट और सोशल मीडिया हाइप।

  4. नए प्रोजेक्ट्स और पार्टनरशिप्स।

INR के लिए:

  1. भारत की GDP ग्रोथ और विदेशी निवेश।

  2. मुद्रास्फीति और RBI की नीतियाँ।

  3. डॉलर पर व्यापारिक निर्भरता।

  4. वैश्विक आर्थिक तनाव और तेल कीमतें।

यदि भारत व्यापार के लिए डॉलर पर निर्भरता घटाए, और अपनी इकोनॉमी को और मजबूत बनाए तो INR की वैल्यू में भी मजबूती आ सकती है।

वर्तमान स्थिति और फ्यूचर आउटलुक

अभी Dogecoin $0.2159 पर ट्रेड कर रहा है, और पिछले 24 घंटों में Dogecoin Price में थोड़ी गिरावट आई है। हालांकि DOGE कम्युनिटी को उम्मीद है कि भविष्य में कीमतें फिर से चढ़ेंगी, खासकर अगर ETF अप्रूवल और नए अपडेट्स आते हैं।

दूसरी ओर, वर्तमान में $1 = ₹85.60 है, जो पिछले कुछ महीनों की तुलना में थोड़ी मजबूती को दर्शाता है। भारत की अर्थव्यवस्था में जिस तरह से विकास हो रहा है, उससे उम्मीद की जा रही है कि आने वाले वर्षों में INR की स्थिति में सुधार हो सकता है।

कन्क्लूजन

यदि हम 2021 से 2025 तक के डेटा को आधार बनाएं तो यह साफ है कि Dogecoin ने INR से बेहतर प्रदर्शन किया है। यह बात निवेश के नज़रिये से अहम हो सकती है। हालांकि, Dogecoin एक हाई-रिस्क एसेट है जबकि INR एक देश की स्थिर करेंसी है।

इसलिए निवेशकों को यह समझना चाहिए कि क्रिप्टो मार्केट में रिटर्न के साथ रिस्क भी अधिक होता है, जबकि करेंसी स्थिर लेकिन धीमी ग्रोथ देती है। लॉन्ग टर्म के लिए दोनों का संतुलन बनाए रखना एक समझदारी भरा कदम होगा।

Rohit TripathiRohit Tripathi
Rohit Tripathi
रोहित त्रिपाठी एक सीनियर क्रिप्टो कंटेंट राइटर और ब्लॉकचेन रिसर्चर हैं, जिनके पास 13+ वर्षों का अनुभव है। जिसमें बीते कुछ वर्षों से उनका फोकस विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर रहा है। वे ऑन-चेन मेट्रिक्स, डेफी ट्रेंड्स, प्राइस मूवमेंट्स और टोकनॉमिक्स का व्यावहारिक ज्ञान रखते हैं। उनकी विशेषज्ञता डेटा-ड्रिवन आर्टिकल्स, डीप मार्केट रिसर्च, SEO-ऑप्टिमाइज्ड कंटेंट और इंडस्ट्री-फोकस्ड एनालिसिस तैयार करने में है। रोहित वर्तमान में Crypto Hindi News में टीम लीड और हेड ऑफ कंटेंट के रूप में कार्यरत हैं। जहाँ लगातार कंटेंट डिलीवर करके, रोहित ने खुद को हिंदी क्रिप्टो मीडिया स्पेस में एक भरोसेमंद और प्रभावशाली आवाज़ के रूप में स्थापित किया है। उनका कंटेंट रिलायबल डेटा सोर्स, ऑन-चेन टूल्स और मार्केट रिसर्च से प्राप्त फैक्ट्स पर आधारित होता है। वे हर आर्टिकल में एक्यूरेसी, ट्रांसपेरेंसी और रीडर्स को वैल्यू देने को प्राथमिकता देते हैं। रोहित का मिशन है, हिंदी भाषा में हाई क्वालिटी वाला, फैक्चुअल और अप-टू-डेट क्रिप्टो कंटेंट प्रदान करना, जिससे रीडर्स डिजिटल फाइनेंस की दुनिया में स्मार्ट निर्णय ले सकें।
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