क्या अंबानी-अडानी खरीद रहे हैं Bitcoin? जानिए चौंकाने वाली रिपोर्ट
भारत में तेजी से बदलते आर्थिक माहौल के बीच क्रिप्टो में निवेश में बढ़ोतरी देखने को मिली है। वर्तमान में जब इक्विटी मार्केट ठहराव की स्थिति में है, गोल्ड सिर्फ लिमिटेड रिटर्न दे रहा है और बॉन्ड्स अभी भी आकर्षक रिटर्न देने में नाकाम हैं, तब देश के सबसे अमीर निवेशकों की नज़रें एक अलग एसेट क्लास की ओर मुड़ रही हैं, जो है दुनिया की पहली और सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin।
लेकिन हाल ही में आई Economic Times की एक रिपोर्ट ने एक बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है। रिपोर्ट के अनुसार देश के हाई-नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs), फैमिली ऑफिसेज़ और इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स अब क्रिप्टोकरेंसी को अपनी इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी का हिस्सा बना रहे हैं। इस ट्रेंड ने मार्केट में यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या अंबानी और अडानी जैसे दिग्गज भी Bitcoin में एंट्री कर रहे हैं?
क्या कहती है रिपोर्ट?
Economic Times की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले छह महीनों में भारत के HNIs और फैमिली ऑफिसेज़ की ओर से क्रिप्टोकरेंसी में निवेश की मांग में जोरदार इजाफा हुआ है। CoinDCX ने खुलासा किया है कि उसके लगभग 50% ट्रेडिंग वॉल्यूम अब केवल 3,500 HNIs, फैमिली ऑफिसेज़ और इंस्टीट्यूशनल क्लाइंट्स से आ रहे हैं। इसका सीधा मतलब यह है कि Bitcoin और Ethereum जैसे डिजिटल एसेट्स अब केवल रिटेल ट्रेडर्स का खेल नहीं रहे, बल्कि बड़े निवेशक भी इसमें लॉन्ग टर्म के लिए पोजिशन ले रहे हैं।
CoinSwitch के HNI & Institutional Investments के वाइस प्रेसिडेंट अतुल अहलूवालिया का कहना है, “हम उस दौर से आगे निकल चुके हैं जब Bitcoin की लीगलिटी पर सवाल उठते थे। अब चर्चा इस पर हो रही है कि कितनी अलोकेशन करनी है, कौन-से टोकन खरीदने हैं और किस तरह की कस्टडी रखना बेहतर है।”
कौन कर रहा है Bitcoin Buying?
सबसे बड़ी दिलचस्पी इस बात को लेकर है कि क्या देश के दो सबसे बड़े बिजनेस टायकून मुकेश अंबानी और गौतम अडानी भी Bitcoin खरीद रहे हैं?
हालांकि पब्लिक डोमेन में इसकी कोई सीधी पुष्टि नहीं है, लेकिन रिपोर्ट्स बताती हैं कि कई फैमिली ऑफिसेज़ और कॉरपोरेट हाउस क्रिप्टो पोर्टफोलियो बना रहे हैं। भारत में वे कंपनियां और निवेशक जिनके पास इंटरनेशनल एक्सपोज़र है, वे खासतौर पर Bitcoin ETFs और ग्लोबल क्रिप्टो ट्रेंड्स को देखकर पोजिशन ले रहे हैं।
मार्केट एनालिस्ट्स का मानना है कि अगर अंबानी और अडानी जैसे उद्योगपति सीधे तौर पर Bitcoin में निवेश करते हैं, तो यह न केवल भारत में बल्कि ग्लोबल लेवल पर क्रिप्टो मार्केट को बड़ा बूस्ट देगा।
Bitcoin की कीमत और ताज़ा ट्रेंड
14 अगस्त 2025 को Bitcoin ने $124,457.12 का ऑल टाइम हाई बनाया था और वर्तमान में यह लगभग $115,928.08 पर ट्रेड हो रहा है। पिछले एक साल में इसने 90% से अधिक रिटर्न दिए हैं, जिसने निवेशकों का भरोसा और मजबूत किया है।
गोल्ड और इक्विटी मार्केट्स की तुलना में, Bitcoin में वोलैटिलिटी ज़रूर है, लेकिन इसके हाई-रिस्क-हाई-रिटर्न प्रोफाइल ने इसे निवेशकों के पोर्टफोलियो में एक खास जगह दिला दी है।

Source - यह इमेज CoinMarketCap की वेबसाइट से ली गई है।
भारतीय पॉलिसी और Bitcoin का भविष्य
भारत में क्रिप्टो रेगुलेशन अभी भी अनिश्चित है। मौजूदा समय में क्रिप्टो पर 30% टैक्स और 1% TDS लागू है, जिसने रिटेल निवेशकों को काफी हद तक हतोत्साहित किया है। लेकिन हाल ही में संसद की गृह मामलों की समिति ने सुझाव दिया है कि क्रिप्टोकरेंसी को बैन करने की बजाय इसे FEMA (Foreign Exchange Management Act) के तहत डिजिटल एसेट का दर्जा दिया जाए।
इसके अलावा, 15 अगस्त 2025 को Bitcoin Policy Institute of India Launch हुआ। लॉन्च हुए (BPI India) ने यह साफ कर दिया है कि आने वाले समय में Bitcoin को भारत की आर्थिक रणनीति का हिस्सा बनाने की कोशिशें तेज होंगी।
ग्लोबल पॉलिटिक्स और भारतीय निवेशक
Donald Trump के अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद से ही ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट में नया जोश देखने को मिला है। अमेरिका में Bitcoin ETFs की मंज़ूरी और रिपब्लिकन लीडर्स का प्रो-क्रिप्टो रुख भारतीय निवेशकों के लिए भी सकारात्मक संकेत है। जो निवेशक इंटरनेशनल मार्केट में पहले से एक्टिव हैं, वे इन पॉलिसी शिफ्ट्स का फायदा उठाकर Bitcoin और Ethereum जैसे डिजिटल एसेट्स में निवेश बढ़ा रहे हैं।
स्ट्रैटेजिक अप्रोच अपना रहे हैं भारत के HNIs
मैं पिछले 13 सालों से क्रिप्टो मार्केट को करीब से फॉलो कर रहा हूं और अपने अनुभव से कह सकता हूं कि भारत के HNIs अब सिर्फ ट्रेंड फॉलो करने वाले निवेशक नहीं हैं, बल्कि स्ट्रैटेजिक अप्रोच अपना रहे हैं।
Bitcoin को लेकर उनका नजरिया बदल चुका है, जहां पहले सवाल यह था कि “क्या यह लीगल है?”, अब सवाल यह है कि “इसमें कितना निवेश करना चाहिए?”।
मेरी राय में, अगर अंबानी और अडानी जैसे बड़े इंडस्ट्रियलिस्ट्स सीधे तौर पर Bitcoin में एंट्री करते हैं, तो यह भारत के क्रिप्टो मार्केट के लिए गेम-चेंजर साबित होगा। इससे न केवल घरेलू निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा, बल्कि सरकार पर भी एक पॉजिटिव रेगुलेटरी फ्रेमवर्क लाने का दबाव बनेगा।
कन्क्लूजन
भारत में Bitcoin अब सिर्फ टेक-सेवी यूथ या रिटेल ट्रेडर्स का पसंदीदा निवेश साधन नहीं रहा, बल्कि HNIs, फैमिली ऑफिसेज़ और संभावित रूप से अंबानी-अडानी जैसे दिग्गज भी इसे गंभीरता से ले रहे हैं। रिपोर्ट्स और मार्केट ट्रेंड्स साफ बताते हैं कि आने वाले समय में Bitcoin भारतीय निवेशकों के लिए कोर पोर्टफोलियो एसेट बन सकता है।
अगर सरकार टैक्स पॉलिसी में सुधार करती है और रेगुलेशन को स्पष्ट करती है, तो भारत न केवल क्रिप्टो अपनाने में तेजी दिखाएगा, बल्कि इसे एक स्ट्रैटेजिक आर्थिक ताकत में भी बदल सकता है।
डिस्क्लेमर - हमने यह खबर आपको एजुकेट करने के उद्देश्य से बनाई है, निवेशे से जुडी किसी भी तरह की योजना के लिए DYOR अवश्य करें।