
Crypto Sponsorship Ban के बाद BCCI ने जारी की Dos and Dont Lis
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वह भारतीय क्रिकेट के लिए किसी भी तरह का समझौता करने के मूड में नहीं है। Dream11 के करार से हटने के बाद अब Board of Control for Cricket in India ने Team India Lead Sponsorship Rights के लिए बोली आमंत्रित की है। लेकिन इस बार कुछ बड़े बदलाव हुए हैं। खासकर, क्रिप्टोकरेंसी और ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों पर बैन लगाकर बोर्ड ने साफ कर दिया है कि नए नियम सख्त हैं और ट्रांसपेरेंसी ही प्राथमिकता होगी।

Source - यह इमेज BCCI की X Post से ली गई है।
कौन ले सकता है बोली में हिस्सा
BCCI ने साफ कर दिया है कि केवल वही कंपनियां बोली में शामिल हो सकती हैं जिनका पिछले तीन सालों में औसत टर्नओवर या नेटवर्थ कम से कम ₹300 करोड़ हो। इसके अलावा, बोली लगाने वाले का Fit and Proper Person Test पास करना भी जरूरी होगा। यानी जिस कंपनी या व्यक्ति पर कोई आपराधिक मामला, धोखाधड़ी, या आर्थिक अपराध साबित हुआ है, वह इसमें हिस्सा नहीं ले सकता।
BCCI ने क्या बदला
सबसे बड़ा बदलाव BCCI Sponsorship Rights में हुआ है जिमसें Crypto Trading, Crypto Exchange, Online Gaming, Betting और Alcohol-Tobacco सेक्टर पर बैन है। यानी अब कोई भी क्रिप्टो कंपनी Team India की जर्सी पर अपना नाम नहीं दिखा पाएगी। इसके अलावा Surrogate Branding पर भी रोक लगा दी गई है। यानी कोई कंपनी किसी अलग नाम या लोगो का इस्तेमाल करके बोली नहीं लगा सकती।
कब तक की है डेडलाइन
BCCI ने Expression of Interest (IEOI) खरीदने की आखिरी तारीख 12 सितंबर 2025 रखी है, जबकि बोली जमा करने की अंतिम तारीख 16 सितंबर 2025 तय की गई है। इसका मतलब है कि आगामी Asia Cup 2025 (शुरुआत 9 सितंबर से) में भारतीय टीम बिना किसी जर्सी स्पॉन्सर के उतर सकती है।
किस जगह लागू होंगे नियम
ये नियम भारतीय क्रिकेट की पुरुष और महिला राष्ट्रीय टीम दोनों के लिए लागू होंगे। यानी जो भी कंपनी Lead Sponsor बनेगी, उसका लोगो दोनों टीमों की जर्सी के फ्रंट पर होगा। लेकिन वही कंपनियां शामिल हो पाएंगी, जो Board of Control for Cricket in India के तय नियमों का पालन करती हैं।
BCCI ने ऐसा क्यों किया
इसका सीधा कारण है हाल ही में लागू हुआ Promotion and Regulation of Online Gaming Act 2025। इस कानून के बाद Dream11 जैसी कंपनियों के लिए Sponsorship जारी रखना मुश्किल हो गया। BCCI नहीं चाहती कि Indian Cricket किसी विवाद में फंसे, इसलिए उसने साफ कर दिया है कि केवल ट्रांसपेरेंसी और कानूनी तौर पर सही कंपनियां ही आगे आएंगी।
BCCI ने द्वारा Ban की गई कैटेगरी
Blocked Brand Categories
कुछ कैटेगरी ऐसी हैं जिनमें पहले से BCCI के स्पॉन्सर्स मौजूद हैं, इसलिए उन्हें बोली लगाने से बाहर रखा गया है। इनमें शामिल हैं –
- Athleisure और Sportswear
- Banking और Financial Services
- Non-Alcoholic Beverages
- Fans, Mixer Grinders और Safety Locks
- Insurance
Prohibited Brand Categories
BCCI ने जिन कैटेगरी पर पूरी तरह रोक लगाई है, उनमें शामिल हैं –
- Alcohol
- Betting या Gambling Services
- Cryptocurrency और Blockchain Token Trading
- Online Money Gaming
- Tobacco
- और कोई भी ब्रांड जो Public Morals के खिलाफ हो (जैसे Pornography)
Crypto को मिलना चाहिए था Regulated Framework के तहत मौका
मैंने पिछले 13 सालों से एक Writer के तौर पर काम किया है और खासकर पिछले 3 सालों से क्रिप्टो और ब्लॉकचेन इंडस्ट्री को कवर कर रहा हूं। साथ ही, 6 सालों से मैं खुद क्रिप्टो मार्केट में निवेशक भी हूं। मेरे अनुभव से देखा जाए तो BCCI का यह कदम दो तरह का असर डालेगा।
- पॉजिटिव असर: भारतीय क्रिकेट को अब केवल Established और ट्रांसपेरेंट ब्रांड्स से Sponsorship मिलेगी। इससे स्पॉन्सर्स का ब्रांड वैल्यू और फैंस का भरोसा दोनों मजबूत होंगे।
- नेगेटिव असर: Crypto, Blockchain और Web3 सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है और भारत में लाखों यूजर्स इससे जुड़े हुए हैं। ऐसे में BCCI का यह बैन इस उभरते सेक्टर के लिए झटका हो सकता है। खासकर तब, जब ग्लोबल लेवल पर Sport Sponsorship में क्रिप्टो कंपनियां बड़े लेवल पर निवेश कर रही हैं।
मेरी राय में, BCCI को क्रिप्टो कंपनियों के लिए सीधे बैन लगाने की बजाय Regulated Framework के तहत उन्हें मौका देना चाहिए। इससे एक ओर ट्रांसपेरेंसी बनी रहती और दूसरी ओर भारतीय क्रिकेट को नए निवेश के अवसर भी मिलते।
कन्क्लूजन
BCCI का यह कदम साफ दिखाता है कि बोर्ड किसी भी विवाद से बचते हुए भारतीय क्रिकेट की ब्रांड इमेज को सुरक्षित रखना चाहता है। Sponsorship Rights के लिए सख्त Dos and Don’ts लाकर BCCI ने सभी कंपनियों को यह संदेश दिया है कि ट्रांसपेरेंसी और साफ-सुथरी छवि ही आगे बढ़ने का रास्ता है। हालांकि, क्रिप्टो और Online Gaming पर बैन से यह जरूर तय है कि Team India की जर्सी पर फिलहाल कुछ खास ब्रांड्स ही दिखाई देंगे।