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$640M के Bitcoin गए कचरे में, 12 साल से चल रही सर्च हुई बंद

12 साल पहले, एक छोटी सी भूल की वजह से एक आदमी ने $640 मिलियन का नुकसान झेला और आज वह अपनी खोई हुई असेट्स संपत्ति को वापस पाने के लिए हर संभव प्रयास कर चुका है। यह कहानी है James Howells की, जिन्होंने एक हार्ड ड्राइव में लगभग 7,500 Bitcoin स्टोर किए थे, लेकिन कुछ ऐसा हुआ कि यह  हार्ड ड्राइव गलती से कचरे में फेंक दिया गया। 2013 में Bitcoin Price बहुत कम था, लेकिन आज की तारीख में उसकी कीमत आज 6,290 करोड़ ($640 मिलियन) है। इस भूल के बाद, Howells ने अपनी असेट वापस पाने के लिए 12 सालों तक संघर्ष किया, लेकिन हाल ही में एक कोर्ट के फैसले ने उसकी सारी उम्मीदें खत्म कर दीं। जिसके बाद Bitcoin को खोजने की 12 साल लंबी सर्च की बंद कर दी गई। 

कचरे में फेंका गया बिटकॉइन का खजाना

2013 में, Bitcoin एक उभरती हुई क्रिप्टोकरेंसी थी, जिसका मूल्य लगभग 0 था। Howells ने उस समय BTC को माइन करके स्टोर किया था। उनका डेटा हार्ड ड्राइव में था, लेकिन एक दिन एक छोटी सी गलती से उनके 6,290 करोड़ के Bitcoin कूड़े में चले गए। जब James को अपनी गलती का अहसास हुआ, तब तक वह हार्ड ड्राइव एक स्थानीय लैंडफिल में 10,000 से 15,000 टन कचरे के नीचे दब चुकी थी। पहले तो यह एक छोटी सी गलती थी, लेकिन जैसे-जैसे Bitcoin का मूल्य बढ़ा, यह गलती एक हिस्टोरिकल फाइनेंशियल लॉस में बदल गई।

Howells ने अपने खजाने को वापस पाने के लिए कई बार कोशिश की। उन्होंने कचरे के ढेर को सुरक्षित तरीके से खंगालने के लिए AI-पावर्ड ड्रोन, रोबोटिक टीम और स्पेशलिस्ट इंजीनियरों का इस्तेमाल करने का प्रस्ताव दिया। लेकिन Newport City Council ने बार-बार उनके प्रस्ताव को ठुकरा दिया, यह कहते हुए कि इस प्रक्रिया से पर्यावरणीय जोखिम हो सकते हैं और कानूनी बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं। लैंडफिल से खोदी जाने वाली सामग्री से हानिकारक गैसों का उत्सर्जन भी हो सकता है और पानी में प्रदूषण फैलने का खतरा भी है।

कानूनी लड़ाई और विफलता

हाल ही में एक ब्रिटिश जज ने Howells के मामले को खारिज कर दिया, यह कहते हुए कि अब इसे निकालने का कोई वास्तविक रास्ता नहीं है। जज ने कहा कि लैंडफिल में हार्ड ड्राइव की खोज और उसका पुनर्प्राप्ति असंभव था, क्योंकि कचरे के ढेर में मौजूद नमी, दबाव और उच्च तापमान ने डेटा को खराब कर दिया होगा। इसके अलावा, कानूनी और पर्यावरणीय मुद्दे भी बेहद जटिल थे। जज के फैसले ने Howells के सभी प्रयासों को खत्म कर दिया और उनके पास अब कोई विकल्प नहीं बचा। ऐसे में उन्होंने Bitcoin को खोजने की 12 साल लंबी सर्च को बंद कर दिया।

कन्क्लूजन

James Howells की कहानी Bitcoin की कठोर वास्तविकता को दर्शाती है। ट्रेडिशनल बैंकिंग सिस्टम में खोई गए पासवर्ड को पुनः प्राप्त किया जा सकता है, लेकिन बिटकॉइन जैसी डिजिटल करेंसी में, यदि निजी कुंजी खो जाती है, तो असेट्स हमेशा के लिए खो जाती है। Howells का $640 मिलियन का खजाना अब कचरे के ढेर में दबा रहेगा, जो Bitcoin की महानता और इसकी निर्ममता दोनों का प्रतीक बन गया है। इस कहानी ने हमें यह सिखाया है कि डिजिटल असेट्स के साथ लापरवाही की कोई जगह नहीं है और हर कदम को सोच-समझ कर उठाना चाहिए।

Rohit TripathiRohit Tripathi
Rohit Tripathi
Hindi Content Writer
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