GameStop ने ख़रीदे BTC, क्या होगा इसका गेमिंग पर इम्पैक्ट
दुनिया की जानी-मानी वीडियो गेम और कलेक्टिबल्स रिटेलर कंपनी GameStop ने 28 मई 2025 को अपने पहले Bitcoin इन्वेस्टमेंट की घोषणा करते हुए बताया कि उसने लगभग 4,710 बिटकॉइन खरीदे हैं, जिनकी कुल वैल्यू करीब $513 मिलियन है। इसकी जानकारी GameStop ने अपने X हैंडल पर पोस्ट करके दी, इसके साथ ही GameStop ने Bitcoin Treasury Strategy अपनाने की भी घोषणा की है। इसके साथ ही GameStop, MicroStrategy और Meta Planet जैसी उन बड़ी ट्रेडिशनल कंपनियों की लिस्ट में शामिल हो गयी है जो बिटकॉइन को फिएट करेंसी के अगेंस्ट हेज के तौर पर देखने लगी हैं।

GameStop के CEO ने Bitcoin खरीद को लेकर क्या कहा?
GameStop के CEO Ryan Cohen ने Bitcoin 2025 Conference (Las Vegas) में इस फैसले पर अपना बयान जारी करते हुए कहा कि, “Bitcoin और गोल्ड दोनों ही ग्लोबल करेंसी वैल्यूएशन और सिस्टमिक रिस्क के अगेंस्ट हेज बन सकते हैं, लेकिन Bitcoin के कुछ ऐसे फायदे हैं जो इसे गोल्ड से बेहतर बनाते हैं।”
Cohen के अनुसार, Bitcoin न सिर्फ पोर्टेबल और तेजी से ट्रांसफर होने वाला एसेट है, बल्कि इसे ब्लॉकचेन के ज़रिए तुरंत वेरिफाई भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जहां गोल्ड को स्टोर करने और सिक्योर करने के लिए बड़ा खर्च करना पड़ता है, वहीं Bitcoin को एक वॉलेट में सिक्योर और अफोर्डेबल तरीके से रखा जा सकता है। इसके साथ उन्होंने Bitcoin को अंडरवैल्यूड बताते हुए कहा कि गोल्ड का मार्केट कैप लगभग $20 ट्रिलियन है जबकि बिटकॉइन अभी $2 ट्रिलियन पर है, इस हिसाब से बिटकॉइन में अभी और मूल्यवृद्धि की संभावनाएं हैं।
Cohen ने यह भी जोड़ा कि टेक्नोलॉजी के चलते गोल्ड का प्रोडक्शन बढ़ सकता है, लेकिन बिटकॉइन की मैक्सिमम सप्लाई 21 मिलियन तक सीमित है, जो भविष्य में डिमांड बढ़ने के साथ इसकी वैल्यू को और बढ़ाएगी।
GameStop के क्रिप्टो मार्केट में उतरने का क्या मतलब है?
GameStop जैसी ट्रेडिशनल कंपनी का बिटकॉइन एडॉप्शन सिर्फ एक ट्रेजरी मूव नहीं, बल्कि एक स्ट्रैटेजिक बिजनेस पोजिशनिंग भी है। इससे यह संकेत मिलता है कि धीरे धीरे बड़ी कंपनियां क्रिप्टो को सिर्फ एक स्पेकुलेटिव एसेट न मानकर लॉन्ग टर्म वैल्यू स्टोरेज के रूप में देख रही हैं। GameStop के साथ ही US President Donald Trump से जुड़े Trump Media and Technology Group (TMTG) ने भी हाल ही में $2.5 बिलियन के बिटकॉइन खरीदने की योजना बनाई है, स्पष्ट है की यह क्रिप्टोकरेंसी को लेकर यह ट्रेंड और तेजी से बढ़ने वाला है।
इसके साथ ही इसे केवल एक इन्वेस्टमेंट मूव की तरह ही नहीं देखा जाना चाहिए। गेमिंग वर्ल्ड और मेटावर्स, क्रिप्टोकरेंसी के एक इम्पोर्टेन्ट यूज़ केस के रूप में उभरें हैं। ऐसे में गेमिंग वर्ल्ड से जुड़ी इतनी बड़ी कंपनी का क्रिप्टो वर्ल्ड से जुड़ाव क्रिप्टोकरेंसी के रियल वर्ल्ड एडॉप्शन को और भी रफ़्तार देगा।
डिजिटल गेमिंग और क्रिप्टो का इंटीग्रेशन: बड़ा कदम
GameStop का क्रिप्टो की ओर यह रुख गेमिंग वर्ल्ड और क्रिप्टोकरेंसी के इंटीग्रेशन को मजबूत करेगा। डिजिटल गेमिंग और क्रिप्टो का इंटीग्रेशन Vitalik Buterin की क्रिप्टो वर्ल्ड में एंट्री के समय से चर्चा में रहा है, लेकिन अब GameStop जैसी दिग्गज कंपनी के आने से यह बदलाव मैनस्ट्रीम में आ सकता है।
क्रिप्टो और डिजिटल गेमिंग के बीच यह पार्टनरशिप कई लेवल पर देखी जा सकती है:
- In-game एसेट की रियल वैल्यू : My Neighbor Alice, CryptoBlades जैसे क्रिप्टोगेम्स में प्लेयर क्रिप्टो टोकन के जरिए गेम में खरीदे गए डिजिटल एसेट्स की ट्रेडिंग करना भी संभव हो जाता है।
- ट्रांसपेरेंट ट्रांजेक्शन: ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी से खिलाड़ी ट्रांसपेरेंट तरीके से गेमिंग प्रॉपर्टी का ट्रांजेक्शन कर सकते हैं।
- Play-to-Earn मॉडल: Hamster Combat, X Empire, MemeFi जैसे गेम्स में प्लेयर्स गेम खेलते हुए क्रिप्टो अर्न कर सकते हैं, जिससे गेमिंग सिर्फ एंटरटेनमेंट तक सीमित नहीं रह जाती है।
- रियल ओनरशिप: ट्रेडिशनल गेम्स में प्लेयर के पास केवल एक्सेस होता है, लेकिन क्रिप्टो गेमिंग में प्लेयर को गेम में अपनी अचिवेमेंट की ओनरशिप भी मिलती है।
- Game-Specific Tokens: The Sandbox (Sand) जैसे गेम्स जो खुद के टोकन यूज करते हैं, जो इन-गेम पर्चेसिंग में काम आते हैं।
GameStop के पास पहले से ही एक मजबूत Buy-Sell-Trade इकोसिस्टम है, जिसमें ट्रेडिशनल विडियो गेम्स के साथ साथ डिजिटल गेम्स भी ट्रेड करने की सुविधा है। अब यदि क्रिप्टो को इन ट्रांजैक्शंस में इंटीग्रेट किया जाता है, तो यह गेमिंग सेक्टर में एक नई क्रांति ला सकता है।
कन्क्लूज़न
GameStop का बिटकॉइन को ट्रेजरी रिजर्व में शामिल करना गेमिंग वर्ल्ड में क्रिप्टो के बढ़ते फूटप्रिंट को देखते हुए सिर्फ एक इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेज़ी नहीं मानी जा सकती, बल्कि क्रिप्टो और गेमिंग की यह पार्टनरशिप आगे चलकर डिजिटल इकोनोमी में बड़ा रोल निभा सकती है और इस लिहाज से GameStop का यह निर्णय इसकी एक लॉन्ग टर्म रणनीति का भी एक भाग हो सकता है।