भारत के बाद अब इस बड़े देश में Binance की वापसी
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Binance Return, भारत के बाद अब इस बड़े देश में एक्सचेंज की वापसी

एशियाई मार्केट में दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज की धमाकेदार वापसी

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट के दिग्गज एक्सचेंज Binance ने आखिरकार दो साल पुराने विवाद को खत्म करते हुए South Korea में अपनी वापसी की घोषणा कर दी है। यह कदम न सिर्फ बाइनेंस की एशिया में मजबूत वापसी को दर्शाता है, बल्कि ग्लोबल रेगुलेटरी माहौल में उसके बढ़ते प्रभाव का संकेत भी देता है। दक्षिण कोरिया की Financial Intelligence Unit (FIU) ने बाइनेंस की GOPAX Exchange में मेजोरिटी हिस्सेदारी को मंजूरी दे दी है, जिससे कंपनी अब देश में दोबारा सक्रिय रूप से काम शुरू कर सकेगी।

इस रिटर्न की खास बात यह है कि दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज अब GOPAX के ज़रिए यूज़र्स के फंड रिपेमेंट और ट्रेडिंग ऑपरेशन्स को रीस्टार्ट करेगा। क्रिप्टो एक्सचेंज के इतिहास में यह एक अहम मोड़ माना जा रहा है, क्योंकि कोरियन मार्केट दुनिया के सबसे रेगुलेटेड और कंप्लायंट क्रिप्टोकरेंसी इकोसिस्टम्स में से एक है।

Binance Return - CZ X Post

Source - यह इमेज Binance के फाउंडर CZ की X Post से ली गई है।

बाइनेंस और गोपैक्स डील का महत्व

2023 में बाइनेंस ने GOPAX में निवेश किया था, लेकिन रेगुलेटरी अप्रूवल न मिलने के कारण उसका प्रभावी कंट्रोल रुका हुआ था। अब FIU की मंजूरी के बाद Binance GOPAX की मैनेजमेंट में मेजोरिटी कंट्रोल हासिल कर चुका है। गोपैक्स ने अपने ऑफिशियल पोस्ट में लिखा है कि यह बदलाव “management stability बढ़ाने और रेगुलेटरी जरूरतों को पूरा करने की प्रक्रिया का हिस्सा” है।

यह डील बाइनेंस के लिए सिर्फ मार्केट एंट्री नहीं बल्कि एक ट्रस्ट रिस्टोरिंग मूव है। कंपनी ने कहा है कि वह गोपैक्स के साथ मिलकर उन यूज़र्स के फंड इश्यूज़ को हल करेगी, जो Genesis Global Capital की विफलता से प्रभावित हुए थे। दिलचस्प बात यह है कि दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज की यह मंजूरी ऐसे समय आई है जब प्लेटफॉर्म ने हाल ही में अन्य वैश्विक चुनौतियों, जैसे कि अमेरिका में कानूनी सेटलमेंट को सफलतापूर्वक पार किया है।

रेगुलेटरी बाधाओं का अंत, एक नया अध्याय

क्रिप्टो एक्सचेंज ने कोरियन मार्केट को 2021 में छोड़ा था, जब सरकार ने रियल-नेम बैंकिंग और AML (Anti-Money Laundering) नियमों को सख्त कर दिया था। तब से Binance का गोपैक्स में नेतृत्व परिवर्तन का अनुरोध मार्च 2023 से अटका हुआ था। लेकिन अब FIU ने यह क्लियरेंस देकर बाइनेंस के लिए कोरियन दरवाजे फिर खोल दिए हैं।

एक रिपोर्ट के अनुसार, इस मंजूरी के पीछे दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज के गवर्नेंस स्ट्रक्चर में सुधार और Changpeng Zhao (CZ) की कानूनी क्लोजर का भी बड़ा रोल है। CZ को पिछले साल मनी लॉन्ड्रिंग वायलेशन केस में चार महीने की सज़ा हुई थी, जिसके बाद दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज ने $4.3 बिलियन का सेटलमेंट कर अपनी कंप्लायंस प्रक्रिया को पूरी तरह रीशेप किया।

कोरियन मार्केट में बाइनेंस की चुनौती

हालांकि Binance अब फिर से मार्केट में लौट आया है, लेकिन उसे Upbit और Bithumb जैसी स्थानीय दिग्गज एक्सचेंजों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना होगा। Kaiko Research (2024) के अनुसार, Upbit के पास कोरियन क्रिप्टो मार्केट का लगभग 72% हिस्सा है, जबकि Bithumb लगभग 24% मार्केट कंट्रोल करता है। गोपैक्स की हिस्सेदारी अब दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज के हाथों में है, लेकिन उसका प्रभाव सीमित रहेगा जब तक कि वह लोकल रेगुलेटरी और मार्केट डायनेमिक्स को पूरी तरह से समझ नहीं लेता।

Tiger Research के सीनियर एनालिस्ट Ryan Yoon का कहना है “यह अप्रूवल Binance की नई मार्केट एंट्री नहीं, बल्कि GOPAX के शेयरहोल्डर चेंज की स्वीकृति है। रेगुलेटर्स ने सुनिश्चित किया कि बाइनेंस अब फिटनेस स्टैंडर्ड्स को पूरा करता है और उसके पिछले इश्यूज़ सुलझाए जा चुके हैं।” यह साफ है कि Binance को इस बार अपने लोकल कंप्लायंस और रेगुलेटरी ट्रांसपेरेंसी पर ज्यादा ध्यान देना होगा।

यूज़र्स और ट्रस्ट फैक्टर, क्या Binance भरोसा वापस ला पाएगा?

दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज का यह कदम यूज़र्स के ट्रस्ट को फिर से जीतने की दिशा में अहम है। Binance की यह मंजूरी ट्रांसपेरेंसी की नई मिसाल पेश करती है। Binance की यह वापसी दिखाती है कि रेगुलेटरी फ्रेमवर्क में काम करना भी ग्रोथ स्ट्रेटेजी का हिस्सा हो सकता है।

कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज की कोरियन वापसी से स्थानीय क्रिप्टो यूज़र्स को बड़ी लिक्विडिटी, बेहतर टेक्नोलॉजी और कम फीस जैसे फायदे मिल सकते हैं, हालांकि रिटेल यूज़र्स का तात्कालिक माइग्रेशन मुश्किल है।

Binance की वापसी, एक स्ट्रेटजिक मास्टरस्ट्रोक

मेरे नजरिए से यह कदम दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज के लिए केवल “री-एंट्री” नहीं बल्कि एक रणनीतिक मास्टरस्ट्रोक है। भारत और साउथ कोरिया जैसे विशाल बाजारों में वापसी का अर्थ है कि बाइनेंस अब लोकल रेगुलेटरी सिस्टम्स के साथ तालमेल बैठाकर आगे बढ़ना चाहता है। यह उस कंपनी की नई छवि पेश करता है जो केवल मुनाफे पर नहीं, बल्कि यूज़र प्रोटेक्शन और कंप्लायंस पर भी ध्यान दे रही है।

क्रिप्टो इंडस्ट्री में ट्रस्ट ही सबसे बड़ा एसेट है। Binance अगर इस ट्रस्ट को लगातार मजबूत रखता है, तो कोरिया ही नहीं, बल्कि पूरे एशिया में उसका दबदबा फिर से बढ़ सकता है।

कन्क्लूजन

बाइनेंस की कोरिया में वापसी केवल एक देश की मंजूरी नहीं है, बल्कि यह एक ग्लोबल सिग्नल है कि रेगुलेटरी बैरियर्स को पार किया जा सकता है, अगर कंपनी जिम्मेदारी और ट्रांसपेरेंसी से काम करे। अब देखना यह होगा कि बाइनेंस गोपैक्स के साथ अपने वादों को कैसे पूरा करता है और क्या यह वापसी स्थानीय एक्सचेंजों की वर्चस्व को चुनौती दे पाती है या नहीं। क्रिप्टो मार्केट्स के लिए यह खबर राहत भरी है, यह बताती है कि जिम्मेदार कदम उठाने वाले प्लेटफॉर्म हमेशा वापसी का रास्ता बना लेते हैं।

About the Author Rohit Tripathi

Crypto Journalist Cryptohindinews.in

रोहित त्रिपाठी एक सीनियर क्रिप्टो कंटेंट राइटर और ब्लॉकचेन रिसर्चर हैं, जिनके पास टेक्नोलॉजी और डिजिटल मीडिया में 13+ वर्षों का अनुभव है। बीते कुछ वर्षों से वह विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी, ऑन-चेन एनालिटिक्स, DeFi इकोसिस्टम और टोकनॉमिक्स जैसे क्षेत्रों पर केंद्रित हैं। रोहित की विशेषज्ञता SEO-अनुकूल, डेटा-ड्रिवन कंटेंट और इंडस्ट्री-केंद्रित रिसर्च लेख तैयार करने में है।

वह वर्तमान में Crypto Hindi News में टीम लीड और हेड ऑफ कंटेंट के रूप में कार्यरत हैं। उनकी लेखनी में एक्यूरेसी, ट्रांसपेरेंसी और रीडर्स को वैल्यू देना सर्वोपरि है। वे ऑन-चेन टूल्स और विश्वसनीय मार्केट डेटा का प्रयोग करते हुए प्रत्येक लेख को फैक्ट-आधारित बनाते हैं। हिंदी भाषी रीडर्स के लिए उनका मिशन है: “हाई-क्वालिटी, फैक्चुअल और यूज़र-फर्स्ट क्रिप्टो कंटेंट उपलब्ध कराना।”

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Binance Return का मतलब है कि एक्सचेंज ने दो साल बाद South Korea के मार्केट में दोबारा एंट्री की है, FIU से GOPAX अधिग्रहण की मंजूरी के बाद।
यह मंजूरी South Korea की Financial Intelligence Unit (FIU) ने दी है, जिससे Binance अब GOPAX एक्सचेंज में मेजोरिटी स्टेक ले सकता है।
GOPAX एक South Korean क्रिप्टो एक्सचेंज है जिसमें Binance ने निवेश किया था। अब Binance इसके ज़रिए देश में अपनी सर्विस दोबारा शुरू करेगा।
Binance ने 2021 में सख्त AML और real-name banking नियमों के कारण कोरियाई मार्केट से बाहर कदम रखा था।
इससे यूज़र्स को बेहतर liquidity, advanced security और efficient trading experience मिलेगा, जिससे Korean crypto ecosystem को मजबूती मिलेगी।
Upbit और Bithumb जैसे एक्सचेंज फिलहाल मार्केट पर हावी हैं। Binance Return शुरुआती चरण में बड़ा असर नहीं डालेगा, लेकिन लंबी अवधि में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
FIU ने Binance के compliance रिकॉर्ड और इसके फाउंडर Changpeng Zhao की कानूनी स्थिति की समीक्षा में दो साल लगाए।
यह वापसी मार्केट में liquidity और innovation दोनों बढ़ाएगी, साथ ही वैश्विक मानकों के अनुरूप एक रेगुलेटेड ट्रेडिंग एनवायरनमेंट तैयार करेगी।
तुरंत बड़ा बदलाव नहीं होगा, लेकिन Binance की तकनीकी ताकत और कम फीस मॉडल यूज़र्स के लिए भविष्य में लाभदायक साबित हो सकते हैं।
हाँ, यह Binance की ग्लोबल एक्सपेंशन स्ट्रेटेजी का अहम हिस्सा है और इससे अन्य देशों में रेगुलेटरी रिलेशन बेहतर हो सकते हैं।