Coinbase CEO Brian Armstrong का बयान, Crypto होगा Invisible
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Coinbase CEO Brian Armstrong Crypto को बनाएंगे Invisible

बिना टेक्नोलॉजी समझे क्रिप्टो का इस्तेमाल करेंगे करोड़ों यूज़र्स 

Coinbase लगातार Web3 और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को आसान बनाने की दिशा में काम कर रहा है। Coinbase CEO Brian Armstrong ने हाल ही में अपनी पोस्ट में कहा, “In 10 years, many more people will use crypto, but they may not know they're using crypto.” यानी अगले दशक में करोड़ों यूज़र्स बिना टेक्नोलॉजी समझे क्रिप्टो का इस्तेमाल करेंगे। Coinbase CEO के अनुसार, “The best tech is often invisible,” और यही कॉइनबेस की दिशा है, क्रिप्टो को इतना सहज बनाना कि यूजर्स को तकनीकी जटिलता का एहसास ही न हो।

कॉइनबेस के नए प्रोडक्ट्स जैसे DEX ट्रेडिंग, क्रिप्टो-समर्थित लोन, और DeFi लेंडिंग इस विज़न को वास्तविकता में बदल रहे हैं। Armstrong ने यह भी कहा कि आने वाले समय में यूज़र एक्सपीरियंस और बेहतर होगा और “more layers of complexity will disappear.”

Coinbase CEO Brian Armstrong X Post

Source -  यह इमेज Coinbase CEO Brian Armstrong की X Post से ली गई है। 

कॉइनबेस की रणनीति, Invisible Crypto की दिशा में कदम

Coinbase CEO Brian Armstrong का यह बयान केवल एक विज़न नहीं, बल्कि एक रोडमैप है। कॉइनबेस CEO ने हाल ही में CoinbaseBiz में नई सुविधाओं की घोषणा की, जिनमें शामिल हैं:

  • Payment Links - जिससे कोई भी यूज़र या बिजनेस केवल एक लिंक, QR कोड या embedded बटन से USDC पेमेंट प्राप्त कर सकता है।
  • Global Payouts - जो किसी भी ऑनचेन एड्रेस या ईमेल पर USDC भेजने की सुविधा देता है।

ये अपडेट्स क्रिप्टो ट्रांजैक्शन को Web2-जैसा सरल बनाने की दिशा में अहम कदम हैं। कॉइनबेस अब “crypto adoption without friction” पर फोकस कर रहा है। यानी, अब यूज़र्स को प्राइवेट कीज़, गैस फीस या नेटवर्क ब्रिजिंग जैसी जटिलताओं से नहीं गुजरना पड़ेगा।

Armstrong के मुताबिक, जैसे इंटरनेट का उपयोग करने के लिए आज किसी को TCP/IP समझने की ज़रूरत नहीं, वैसे ही भविष्य में ब्लॉकचेन के बैकएंड को जानना जरूरी नहीं होगा। यूज़र्स केवल लाभ महसूस करेंगे,तेज़, सुरक्षित और ग्लोबल ट्रांजैक्शन का।

Embedded Wallets, Web3 डेवलपर्स के लिए नई क्रांति

कॉइनबेस ने हाल ही में डेवलपर्स के लिए एक बड़ी सुविधा लॉन्च की है, Coinbase Embedded Wallets। जिसको लेकर Coinbase CEO Armstrong ने ट्वीट में लिखा “Embedded wallets now live for everyone on CDP! Easily add crypto wallets to your app.”

इसका मतलब है कि अब कोई भी डेवलपर अपने ऐप में सीधे Crypto Wallets इंटीग्रेट कर सकता है, बिना किसी जटिल ऑनबोर्डिंग प्रोसेस के। यह फीचर Web3 डेवलपमेंट को Simplify करता है और Mainstream Adoption को तेज़ करेगा।

कॉइनबेस के Developer Platform (CDP) अब API इकोसिस्टम की तरह काम करेगा, जहाँ कंपनियाँ अपने एप्लिकेशन में Seamless Wallet Functionality जोड़ सकती हैं। इससे Web2 ऐप्स भी Web3 फीचर्स जैसे NFTs, टोकन पेमेंट्स और DeFi एक्सेस जोड़ पाएंगे, वो भी बिना यूज़र को External वॉलेट्स पर रीडायरेक्ट किए।

Coinbase CEO Armstrong की फिलॉसफी यही है, “क्रिप्टो के फायदे सब तक पहुँचें, पर जटिलता गायब हो।” यह Web3 की Usability को बढ़ाने की दिशा में सबसे बड़ा कदम माना जा रहा है।

एक्सचेंज का वैश्विक विस्तार और भारतीय कनेक्शन

यह एक्सचेंज सिर्फ अमेरिकी मार्केट तक सीमित नहीं है। कंपनी ने हाल ही में भारत के लीडिंग क्रिप्टो एक्सचेंज CoinDCX में निवेश कर अपने ग्लोबल विस्तार की योजना को और मजबूत किया। यह साझेदारी भारत जैसे तेजी से बढ़ते Web3 बाजार में Coinbase की लॉन्गटर्म स्ट्रेटजी को दर्शाती है।

भारत में लाखों यूज़र्स डिजिटल असेट्स में निवेश कर रहे हैं, और कॉइनबेस का यह निवेश न केवल फाइनेंशियल सपोर्ट बल्कि टेक्निकल सहयोग भी प्रदान करेगा। यह कदम डेवलपर्स और बिजनेस दोनों के लिए नए अवसर खोलेगा।

Coinbase CEO Armstrong पहले भी कह चुके हैं कि “Emerging markets will lead the next wave of crypto adoption.” इस संदर्भ में भारत, वियतनाम, और नाइजीरिया जैसे देश कॉइनबेस के ग्लोबल रोडमैप में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

भविष्य की दिशा, जब तकनीक दिखेगी नहीं, असर महसूस होगा

Coinbase CEO Brian Armstrong ने जो विज़न पेश किया है, “the best tech is invisible”, वह क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए एक नया विचार प्रस्तुत करता है। आने वाले वर्षों में ब्लॉकचेन और क्रिप्टो यूज़र्स की रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन जाएंगे, बिना यह महसूस किए कि वे ब्लॉकचेन का उपयोग कर रहे हैं।

DEX ट्रेडिंग और DeFi लेंडिंग जैसी सेवाएं बैकएंड पर ऑनचेन चलेंगी, लेकिन यूज़र के लिए ये “स्मूद ऐप एक्सपीरियंस” बनेंगी। कॉइनबेस पहले से ही इस दिशा में UI और UX सुधार कर रहा है ताकि यूज़र्स को “क्रिप्टो की शक्ति” का अनुभव मिले, न कि उसकी जटिलता का बोझ।

Web3 के असली भविष्य को दर्शाती है Brian Armstrong की सोच

अपने 13 साल के बतौर क्रिप्टो राइटर के अनुभव से कहूँ तो Coinbase CEO Brian Armstrong की सोच Web3 के असली भविष्य को दर्शाती है। क्रिप्टो को अपनाने की सबसे बड़ी बाधा हमेशा उसकी तकनीकी जटिलता रही है। कॉइनबेस ने उस बाधा को हटाने की ठानी है, जिससे दुनिया के आम यूज़र भी Blockchain Technology का फायदा ले सकें।

Embedded wallets और seamless onchain payments जैसी सुविधाएं आने वाले वर्षों में इंटरनेट की तरह Ubiquitous होंगी। यह वही समय होगा जब “Crypto” शब्द शायद Secondary बन जाएगा, लेकिन उसकी टेक्नोलॉजी हर ट्रांजैक्शन में छिपी होगी।

कन्क्लूजन 

Coinbase CEO Brian Armstrong के हालिया बयानों से यह स्पष्ट है कि कंपनी का विज़न केवल ट्रेडिंग तक सीमित नहीं, बल्कि “Invisible Crypto Adoption” की दिशा में अग्रसर है। कॉइनबेस अब सिर्फ एक एक्सचेंज नहीं, बल्कि Web3 इन्फ्रास्ट्रक्चर बिल्डर बन गया है।

Coinbase CEO Armstrong की फिलॉसफी, “They only need to feel the benefits, not understand the systems behind it” भविष्य के डिजिटल फाइनेंस की दिशा तय कर रही है। आने वाले दशक में कॉइनबेस के इन प्रयासों से क्रिप्टो न केवल व्यापक रूप से स्वीकार्य होगा, बल्कि इतना सहज भी बनेगा कि लोग उसे “टेक्नोलॉजी” के रूप में नहीं, बल्कि “सुविधा” के रूप में पहचानेंगे।

About the Author Rohit Tripathi

Crypto Journalist Cryptohindinews.in

रोहित त्रिपाठी एक सीनियर क्रिप्टो कंटेंट राइटर और ब्लॉकचेन रिसर्चर हैं, जिनके पास टेक्नोलॉजी और डिजिटल मीडिया में 13+ वर्षों का अनुभव है। बीते कुछ वर्षों से वह विशेष रूप से क्रिप्टोकरेंसी, ऑन-चेन एनालिटिक्स, DeFi इकोसिस्टम और टोकनॉमिक्स जैसे क्षेत्रों पर केंद्रित हैं। रोहित की विशेषज्ञता SEO-अनुकूल, डेटा-ड्रिवन कंटेंट और इंडस्ट्री-केंद्रित रिसर्च लेख तैयार करने में है।

वह वर्तमान में Crypto Hindi News में टीम लीड और हेड ऑफ कंटेंट के रूप में कार्यरत हैं। उनकी लेखनी में एक्यूरेसी, ट्रांसपेरेंसी और रीडर्स को वैल्यू देना सर्वोपरि है। वे ऑन-चेन टूल्स और विश्वसनीय मार्केट डेटा का प्रयोग करते हुए प्रत्येक लेख को फैक्ट-आधारित बनाते हैं। हिंदी भाषी रीडर्स के लिए उनका मिशन है: “हाई-क्वालिटी, फैक्चुअल और यूज़र-फर्स्ट क्रिप्टो कंटेंट उपलब्ध कराना।”

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Brian Armstrong ने कहा कि अब Embedded Wallets Coinbase Developer Platform पर सभी के लिए लाइव हो गए हैं, जिससे डेवलपर्स सीधे ऐप में crypto wallets जोड़ सकते हैं।
इसका मतलब है कि डेवलपर्स अब अपने मोबाइल या वेब ऐप्स में Coinbase के crypto wallets आसानी से इंटीग्रेट कर सकते हैं, जिससे Web3 यूज़र एक्सपीरियंस बेहतर होगा।
उन्होंने बताया कि 10 साल में अधिक लोग crypto का उपयोग करेंगे, लेकिन उन्हें इसके सिस्टम को समझने की जरूरत नहीं होगी, बस इसके फायदे महसूस होंगे।
Payment Links, Global Payouts, QR Code आधारित USDC पेमेंट, और Embedded Button जैसे फीचर्स जोड़े गए हैं जो व्यापारियों और डेवलपर्स के लिए आसान हैं।
ये वॉलेट्स डेवलपर्स को self-custody control, fiat-to-crypto onramps, token swapping और yield generation जैसी सुविधाएं देती हैं, जिससे Web3 ऐप्स सरल और सुरक्षित बनते हैं।
दोनों एक ही secure और scalable इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम करते हैं। Base App भविष्य में all-in-one self-custody वॉलेट अनुभव देगा।
उन्होंने कहा कि DEX trading, crypto-backed loans, और DeFi lending Coinbase पर उपयोगकर्ताओं को ऑनचेन फायदे देते हैं बिना जटिलता के।
Coinbase ने CoinDCX में बड़ा निवेश किया, जो भारत में अपनी विस्तार रणनीति का हिस्सा है और local crypto ecosystem को मजबूत करेगा।
यह कदम Web3 adoption को तेज़ करेगा, जिससे यूज़र्स सीधे ऐप्स में crypto ट्रांजैक्शन कर पाएंगे बिना अलग वॉलेट की जरूरत के।
उनका विज़न है कि टेक्नोलॉजी invisible रहे, यूज़र्स सिर्फ फायदे देखें और crypto adoption बढ़े, जिससे Web3 सरल और यूज़र-फ्रेंडली बने।