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Metaplanet ने ख़रीदे 1088 Bitcoin, क्या है इसके मायने

2 जून को जारी ऑफिशियल अनाउंसमेंट के अनुसार, जापानी कंपनी Metaplanet ने 1,088 Bitcoin और खरीदे हैं, जिसकी कुल वैल्यू करीब $117.3 मिलियन है। इस खरीदी के साथ ही Metaplanet की टोटल Bitcoin होल्डिंग 8,888 BTC हो गयी है। हाल ही में Metaplanet ने अपनी Bitcoin होल्डिंग बढ़ाने के लिए ज़ीरो-इंटरेस्ट बॉन्ड्स के ज़रिए $50 मिलियन जुटाए थे।

Metaplanet

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कंपनी के CEO Simon Girovich ने बताया कि यह Bitcoin $107,771 के एवरेज प्राइस पर ख़रीदे गए है। इसके साथ ही Metaplanet की साल 2025 की अब तक की BTC Yield 225.4% तक पहुंच गई है। अप्रैल से जून 2 के बीच की BTC Yield 66.3% दर्ज की गई, जो इस बात का संकेत है कि कंपनी की Bitcoin Strategy अभी तक सफल साबित हो रही है।

2025 तक 10,000 BTC खरीदने का है टारगेट

Metaplanet फिलहाल एशिया की सबसे बड़ी कॉर्पोरेट Bitcoin होल्डर बन चुकी है। कंपनी का लक्ष्य है कि साल 2025 के अंत तक कम से कम 10,000 Bitcoin खरीदने का है यानी इस लेटेस्ट पर्चेस के साथ ही कंपनी ने अपने लक्ष्य का 88.8% पूरा कर लिया है।

बाजार में इस खबर का पॉजिटिव असर पड़ा है। Yahoo Finance के मुताबिक, Metaplanet Inc. (3350.T) के शेयर की कीमत 2.34% बढ़कर 1,092 येन पहुंच गई है। पिछले एक महीने में कंपनी का स्टॉक 155% से ज्यादा चढ़ा है, जबकि साल की शुरुआत से अब तक 214% का उछाल देखा गया है।

इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स बढ़ा रहे हैं बिटकॉइन होल्डिंग

Metaplanet की यह आक्रामक खरीदारी ऐसे समय पर हुई है जब इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स का बिटकॉइन में इंटरेस्ट तेजी से बढ़ रहा है। Coinbase Institutional के हेड ऑफ स्ट्रैटेजी John D’Agostino के मुताबिक, 2025 में कई सॉवरेन वेल्थ फंड्स और बड़े इन्वेस्टर्स ने बिटकॉइन की बड़ी मात्रा में खरीदारी की है। हाल ही में, Trump Media ने Bitcoin Treasury के लिए $2.44 बिलियन का फंड जुटाया है, इसके साथ ही GameStop जैसे नए प्लेयर्स भी इस ट्रेंड में शामिल हो रहे हैं।  

दूसरी ओर, रिटेल इन्वेस्टर्स का एक्साइटमेंट थोड़ा कम हुआ है और वे ETF और स्पॉट मार्केट से कुछ दूरी बना रहे हैं। इस ट्रेंड से संकेत मिलता है कि मार्केट की दिशा धीरे-धीरे बड़े और प्रोफेशनल इन्वेस्टर्स की ओर झुक रही है।

Bitcoin में बढ़ रहे इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टमेंट का क्या मतलब है?

Metaplanet जैसे इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स आम तौर पर लॉन्ग टर्म के अप्रोच से इन्वेस्टमेंट करते हैं। जब वे बड़े पैमाने पर बिटकॉइन जैसे एसेट जमा करते हैं, तो इसका सीधा अर्थ है कि वे इसे लॉन्ग टर्म वैल्यू स्टोर की तरह देख रहे हैं। सॉवरेन वेल्थ फंड्स जैसे इंस्टीटूशन्स की भागीदारी यह भी दर्शाती है कि Bitcoin अब मेनस्ट्रीम फाइनेंशियल स्ट्रैटेजी है।

इसके अलावा Metaplanet जैसे इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स की यह एक्टिविटीज Bitcoin के मेच्योरिंग फेज की ओर इशारा कर रही है, जहां बिटकॉइन को केवल एक स्पेक्युलेटिव एसेट नहीं, बल्कि एक स्ट्रैटेजिक फाइनेंशियल टूल के रूप में देखा जा रहा है और यह बदलाव बिटकॉइन की वैल्यू ग्रोथ के लिए एक स्ट्रांग बेस बन सकता है।

रिटेल इन्वेस्टर्स को क्या स्ट्रैटेजी अपनाना चाहिए?

जा बड़े इंस्टीटूशन्स का लगातार Bitcoin खरीद रहे हो और रिटेल इन्वेस्टर्स मार्केट से बाहर निकल रहे हो, तो यह एक क्लासिक मार्केट पैटर्न दर्शाता है। ऐसे में जब मार्केट सेंटिमेंट सुधरेगा और अधिकांश रिटेल इन्वेस्टर्स दोबारा एंट्री लेंगे, तब तक कीमतें शायद बहुत ऊपर जा चुकी होंगी। ऐसे में फिलहाल रिटेल इन्वेस्टर्स को डाइवर्स पोर्टफोलियो स्ट्रेटेजी अपनाते हुए मार्केट में आगे बढ़ना चाहिए और जिसमे Bitcoin  होल्ड करना एक स्मार्ट मूव हो सकता है। 

ऐसे में जो इन्वेस्टर्स पहले से अपने पोजिशन तैयार कर चुके होंगे वे पॉजिटिव मार्केट सेंटिमेंट के समय ज्यादा बेहतर पोजीशन में होंगे। यही वजह है Metaplanet ऐसे समय में बिटकॉइन खरीद रही है जब मार्केट में स्टेबिलिटी कम है। 

कन्क्लूज़न

Metaplanet की आक्रामक Bitcoin स्ट्रेटेजी इस बात का स्पष्ट संकेत है कि इंस्टीट्यूशनल प्लेयर्स अब BTC को डिजिटल गोल्ड की तरह देख रहे रहे हैं। अगर ये ट्रेंड जारी रहता है, तो हम आने वाले महीनों में Bitcoin Price में नया उछाल देख सकते हैं।

रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए यह वक्त सतर्क लेकिन स्मार्ट रहने का है  न तो जल्दबाज़ी करें और न ही मार्केट से पूरी तरह दूरी बनाएं। क्योंकि जब नेक्स्ट बुल रन में सबसे ज्यादा फायदा उन्हें ही होगा जो पहले से तैयार होंगे।

Ronak GhatiyaRonak Ghatiya
Ronak Ghatiya
Hindi Content Writer
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