
1xBet Betting Case में बढ़ी Shikhar Dhawan की मुसीबतें?
भारत में ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफॉर्म्स पर शिकंजा कसने के लिए सरकार और एजेंसियां लगातार एक्टिव हो रही हैं। हाल ही में सामने आया 1xBet Betting Case इसका बड़ा उदाहरण है, जिसने न केवल आम लोगों बल्कि बड़े सेलिब्रिटीज़ और खिलाड़ियों को भी जांच के घेरे में ला दिया है। गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भारतीय क्रिकेटर Shikhar Dhawan से पूछताछ की। आरोप है कि धवन ने इस प्लेटफॉर्म के प्रमोशन और विज्ञापन से जुड़े सौदे किए, जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। इससे पहले Suresh Raina जैसे खिलाड़ी भी जांच के दायरे में आ चुके हैं।
सवाल ये है कि आखिर इतना बड़ा मामला है क्या? क्यों इसने देश की डिजिटल इकोनॉमी से लेकर खिलाड़ियों की साख तक पर असर डाल दिया है? और कैसे नए Online Gaming Bill 2025 ने इस विवाद को और गंभीर बना दिया है?

Source - यह इमेज ANI की X Post से ली गई है।
1xBet Betting Case, क्या, कब और कहाँ?
1xBet Betting Case एक कथित इलीगल ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफॉर्म से जुड़ा है, जिस पर मनी लॉन्ड्रिंग, टैक्स चोरी और एल्गोरिद्म के जरिए निवेशकों को धोखा देने के आरोप हैं। गुरुवार सुबह 11 बजे शिखर धवन दिल्ली स्थित ED मुख्यालय पहुंचे और उनकी पूछताछ शुरू हुई।
इससे पहले भी ED ने देशभर में छापेमारी की थी और कई संदिग्ध वित्तीय लेन-देन का पता लगाया। संसद में सरकार ने खुलासा किया कि 2022 से जून 2025 तक कुल 1,524 ऑनलाइन बेटिंग और गैम्बलिंग प्लेटफॉर्म्स को ब्लॉक किया गया।
गौतलब है कि Online Gaming Bill के पेश होने के बाद हाल ही में BCCI ने Dos and Dont List जारी की है, जो Team India Lead Sponsorship Rights के लिए बोली लगाने वाली कम्पनियों के लिए अनिवार्य है। BCCI की यह लिस्ट भी यह संकेत देती है कि भारत सरकार Online Gaming Bill पर कितनी सख्त है।
क्यों बढ़ीं Shikhar Dhawan की मुश्किलें और कैसे हो रही जांच?
Dhawan का नाम इसलिए चर्चा में आया क्योंकि उन्होंने कथित तौर पर 1xBet जैसे प्लेटफॉर्म का प्रमोशन किया था। ED अब यह जांच कर रहा है कि क्या उन्हें इस प्लेटफॉर्म की इलीगल एक्टिविटी की जानकारी थी या केवल विज्ञापन के बदले वे भुगतान ले रहे थे।
जांच एजेंसियां धवन और अन्य सेलिब्रिटीज़ के बैंक ट्रांजैक्शन, कॉन्ट्रैक्ट डिटेल्स और फाइनेंशियल डील्स की गहराई से छानबीन कर रही हैं।
Online Gaming Bill 2025, कानून और भविष्य
इस बीच कैबिनेट ने हाल ही में Promotion & Regulation of Online Gaming Bill, 2025 को मंजूरी दी है। यह बिल भारत के डिजिटल गेमिंग सेक्टर का भविष्य तय करेगा।
- ई-स्पोर्ट्स को आधिकारिक खेल का दर्जा मिलेगा।
- सोशल व एजुकेशनल गेम्स को बढ़ावा दिया जाएगा।
- ऑनलाइन मनी गेम्स (जैसे बेटिंग, पोकर, फैंटेसी स्पोर्ट्स, लॉटरी) पूरी तरह बैन होंगे।
- विज्ञापन करने और ऐसे प्लेटफॉर्म्स पर लेन-देन करने पर 3 साल तक की जेल और करोड़ों का जुर्माना लगेगा।
यानी आने वाले समय में 1xBet Betting Case जैसे विवाद और भी गंभीर माने जाएंगे और खिलाड़ियों व एक्टर्स के लिए कानूनी जोखिम काफी बढ़ जाएगा।
Online Gaming Bill 2025 लागू होने के बाद बढ़ जाएगी सख्ती
अपने 3 साल के क्रिप्टोकरेंसी राइटर होने के अनुभव से मैं यह कह सकता हूँ कि यह मामला एक बड़ा सबक है। शिखर धवन जैसे क्रिकेटर अगर जांच के घेरे में आते हैं, तो यह सिर्फ उनकी छवि को नहीं बल्कि पूरी स्पोर्ट्स कम्युनिटी की विश्वसनीयता को प्रभावित करता है। अक्सर स्टार्स बिना गहराई से जांचे-परखे किसी ऐप या प्लेटफॉर्म का प्रमोशन कर देते हैं, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं।
Online Gaming Bill 2025 के बाद उन्हें हर प्रमोशन से पहले यह देखना होगा कि प्लेटफॉर्म पूरी तरह कानूनी और सुरक्षित है या नहीं।
भारत का ऑनलाइन गेमिंग और बेटिंग मार्केट 100 अरब डॉलर से ज्यादा का है और इसकी सालाना ग्रोथ 30% है। अगर इस सेक्टर को साफ और रेगुलेट किया जाता है, तो यह देश की डिजिटल इकोनॉमी के लिए वरदान साबित होगा।
अगर आप इससे जुड़ी और भी जानकारी चाहते हैं तो हमारा आर्टिकल Online Gaming Bill 2025 का Online Crypto Casinos पर क्या होगा असर पढ़ सकते हैं।
कन्क्लूजन
1xBet Betting Case ने यह साफ कर दिया है कि भारत अब इलीगल ऑनलाइन बेटिंग को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है। ED की कार्रवाई और Online Gaming Bill 2025, दोनों मिलकर एक नई व्यवस्था की ओर इशारा कर रहे हैं, जहाँ ई-स्पोर्ट्स और स्किल-बेस्ड गेम्स को बढ़ावा मिलेगा, लेकिन गैम्बलिंग और बेटिंग जैसी एक्टिविटी पर सख्त रोक होगी।
Shikhar Dhawan के लिए यह मुश्किल वक्त जरूर है, लेकिन यह पूरे देश के लिए एक संदेश भी है कि डिजिटल इंडिया में अब शॉर्टकट्स और इलीगल प्लेटफॉर्म्स की कोई जगह नहीं होगी।