Coinbase का बयान, CCI Approval का CoinDCX Aquistion से नही है सम्बन्ध
Coinbase ने CCI Filing को बताया रेगुलर प्रोसेस का पार्ट
USA के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज Coinbase के द्वारा भारत के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज में से एक CoinDCX के Aquisition को लेकर एक बार फिर से क्लेरिफिकेशन दिया है। गौरतलब है कि इसके द्वारा Competition Commision of India में रेगुलेटरी फाइलिंग की खबर सामने आने के बाद से इसकी चर्चा क्रिप्टो स्पेस में हो रही थी।

Source: X Post
क्या है मामला
प्लेटफार्म के अनुसार उसके द्वारा की गयी यह फाइलिंग सामान्य रेगुलेटरी प्रोसेस का हिस्सा है। यह अक्टूबर 2025 में CoinDCX में Coinbase द्वारा किये गए इन्वेस्टमेंट का ही पार्ट है, न की किसी नए डेवलपमेंट का। इसके साथ ही प्लेटफार्म ने स्पष्ट किया कि वह 3 बार वह इस भारतीय एक्सचेंज में इन्वेस्टमेंट कर चूका है और अब इसकी CoinDCX में कुल हिस्सेदारी लगभग 2.34% हो चुकी है।
भले ही India में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर टैक्स और रेगुलेशन कठोर हो, लेकिन इसके बावजूद हम Crypto Adoption के मामले में दुनिया भर में पहले नंबर पर है। यही कारण है कि दुनिया भर के प्लेटफार्म भारत में उपस्थिति बढ़ाना चाहते हैं।
Coinbase और CoinDCX का अब तक का इतिहास
USA का यह सबसे बड़ा Crypto Exchange अब तक 2020, 2022 और 2025 में तीन बार CoinDCX में इन्वेस्टमेंट कर चूका है। हालिया इन्वेस्टमेंट ₹20,000 करोड़ के वैल्यूएशन पर की गयी थी, जो एक शानदार आंकड़ा है। यह दोनों एक्सचेंज इंडिया और UAE के बाजारों में साथ काम करने का उद्देश्य रखते हैं।
इससे CoinDCX को ग्लोबल लेवल की टेक्नोलॉजी और आइडेंटिटी मिलेगी जबकि भारतीय एक्सचेंज, इस अमेरिकी एक्सचेंज को एक बड़ा बाजार उपलब्ध करवाता है। गौरतलब है कि Coinbase ने लम्बे समय बाद भारत में वापसी की थी, इसके बाद से यह लगातार नयी पार्टनरशिप और अपने फुटप्रिंट बढाने पर काम कर रहा है।
भारत बन रहा दुनिया भर के Crypto Exchange की पहली पसंद
हाल ही में क्रिप्टोकरेंसी रेगुलेशन में कुछ क्लैरिटी आने के बाद से बहुत से क्रिप्टो एक्सचेंज फिर से FIU-India के साथ रजिस्टर होकर अपने ऑपरेशन रिज्यूम कर रहे हैं। Binance की भी वापसी हो चुकी है और Binance Blockchain Yatra के माध्यम से वह भारत में अपने फुटप्रिंट मजबूत कर रहा है। इसके साथ ही WazirX Hack का मामला भी लगभग ख़त्म हो चूका है, हालांकि प्लेटफार्म को यूजर ट्रस्ट फिर से लाने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ेगी। CoinSwitch 2.5 करोड़ से ज्यादा यूजर के साथ भारत में अपना डोमिनेशन बनाए हुए हैं।
इस तरह से देखा जाए तो भारतीय क्रिप्टो स्पेस एक बड़ी लड़ाई के मैदान के रूप में तैयार हो चूका है और इसका सबसे बड़ा फायदा क्रिप्टो इन्वेस्टर को मिलने वाला है। क्योंकि जब भी कम्पटीशन बढ़ता है तो सर्विस बेहतर होती है।
कन्क्लूजन
हालिया क्लैरिफिकेशन के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि CoinDCX से जुड़ी उनकी रेगुलेटरी फाइलिंग किसी नए अधिग्रहण का संकेत नहीं, बल्कि पहले से किए गए निवेश का ही हिस्सा है। इससे अनावश्यक अफवाहें खत्म होती हैं और दिखता है कि Coinbase भारतीय बाजार में अपनी मौजूदगी को स्थिर व ट्रांसपेरेंट तरीके से आगे बढ़ा रहा है, जो उद्योग के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
भारत में क्रिप्टो एक्सचेंजों के बीच कम्पटीशन और पार्टनरशिप का यह दौर आखिरकार कहाँ पहुँचता है यह देखने वाली बात होगी।
Disclaimer: यह आर्टिकल एजुकेशनल पर्पस से लिखा गया है। क्रिप्टो मार्केट वोलेटाइल है, किसी भी इन्वेस्टमेंट से पहले अपनी रिसर्च जरुर करें।
